भारत

महंत नरेंद्र गिरि केस: कई लोगों का हो सकता है लाई डिटेक्टर टेस्ट, CCTV फुटेज की भी जांच जारी

jantaserishta.com
21 Sep 2021 8:26 AM GMT
महंत नरेंद्र गिरि केस: कई लोगों का हो सकता है लाई डिटेक्टर टेस्ट, CCTV फुटेज की भी जांच जारी
x

फाइल फोटो 

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, महंत नरेंद्र गिरि (Mahant Narendra Giri) की मौत मामले में 8 लोगों का लाई डिटेक्टर टेस्ट किया जा सकता है.

प्रयागराज: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत की जांच जारी है. इस मामले में आनंद गिरि की हिरासत में लिया गया है, जो नरेंद्र गिरि के शिष्य रहे हैं. अपने सुसाइड नोट में नरेंद्र गिरि ने आनंद गिरि की जिक्र किया था. इस बीच आनंद गिरि ने एक समझौते की बात की थी, इसी कड़ी को देखते हुए पुलिस तीन अन्य लोगों से पूछताछ करेगी.

जानकारी के मुताबिक, 26 मई को नरेंद्र गिरि और आनंद गिरि में एक समझौता हुआ था. दोनों में जो विवाद था, उसे दूर करने के लिए समझौता किया गया था. इस दौरान तीन लोग मौजूद थे, जिनमें सुशील मिश्रा, इंदु प्रकाश मिश्रा और ओपी पांडेय मौजूद थे.
इंदु प्रकाश मिश्रा समाजवादी पार्टी के नेता हैं और पूर्व में दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री रह चुके हैं. जबकि सुशील मिश्रा भारतीय जनता पार्टी के नेता हैं. इनके अलावा मुरादाबाद में तैनात एडिशनल एसपी ओपी पांडेय भी मौजूद थे, जिनके सामने ये समझौता हुआ था.
इस दौरान एक वीडियो भी बनाया था, जिसमें आनंद गिरि अपने गुरु नरेंद्र गिरि के पैर छू रहे थे. बता दें कि आनंद गिरि को हिरासत में लिए जाने से पहले ही उन्होंने अपने इंटरव्यू में कहा था कि उनके गुरु के साथ जो विवाद था, उसे खत्म कर दिया गया है और हमारे बीच समझौता हो गया था.
गौरतलब है कि नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत के बाद पुलिस को उनके कमरे से एक सुसाइड नोट मिला था. इस सुसाइड नोट में आनंद गिरि का नाम भी था, आरोप था कि आनंद गिरि द्वारा लगातार नरेंद्र गिरि को परेशान किया जा रहा था. इनके अलावा लेटे हनुमान मंदिर के दो पुजारियों का भी नाम था.
पुलिस ने सुसाइड नोट में नाम के आधार पर ही धारा 306 के तहत केस दर्ज किया है. साथ ही आनंद गिरि और अन्य दो पुजारियों को हिरासत में लिया है. वहीं, आनंद गिरि का कहना है कि संपत्ति विवाद को लेकर उन्हें फंसाया जा रहा है.


Next Story