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पूर्णिया में महारैली के जरिए ओवैसी की जमीन छीनने की कोशिश में महागठबंधन!

jantaserishta.com
24 Feb 2023 7:20 AM GMT
पूर्णिया में महारैली के जरिए ओवैसी की जमीन छीनने की कोशिश में महागठबंधन!
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फाइल फोटो

पटना (आईएएनएस)| लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बिहार के दोनों गठबंधनों ने तैयारी शुरू कर दी है। चुनाव को लेकर दोनों गठबंधनों की नजर सीमांचल के जिलों पर है। सीमांचल के पूर्णिया से 25 फरवरी को महागठबंधन महारैली कर मिशन 2024 का आगाज करने वाला है। मुस्लिम बहुल माने जाने वाले सीमांचल में दोनों गठबंधनों की पड़ी नजर के कारण असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) केंद्रबिंदु में आ गई है।
पिछले विधानसभा चुनाव में ओवैसी की पार्टी से इस इलाके में अपनी पकड़ का लोहा मनवाते हुए पांच सीटें जीत ली थी।
एआईएमआईएम ने महागठबंधन की महारैली पर जोरदार निशाना साधा है, वहीं भाजपा भी इस रैली का आयोजन ओवैसी का जवाब देने के लिए बता रही है।
भाजपा के सांसद और बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने तो यहां तक कह दिया कि यह महारैली ओवैसी को जवाब देने के लिए है।
सुशील मोदी ने कहा कि महागठबन्धन की पूर्णिया रैली भाजपा नहीं बल्कि ओवैसी को जवाब देने के लिए बुलाई गई है। उन्होंने कहा कि विधान सभा चुनाव में ओवैसी के कारण दर्जनो सीटों पर राजद को पराजय देखनी पड़ी और ओवैसी के 5 विधायक पूर्वांचल में जीत गए।
उन्होंने कहा कि कटिहार, पूर्णिया में जदयू की जीत भाजपा के कारण हुई, उसमें नीतीश कुमार की कोई भूमिका नहीं है। उन्होंने साफ लहजे में कहा कि पूर्वांचल की महागठबन्धन की रैली अपने मुस्लिम वोटों को एकजुट रखने की कवायद है।
सुशील मोदी ने कहा कि सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग के बावजूद 7 दल मिलकर पूर्णिया रैली मे भीड़ नहीं जुटा पाएंगे जितनी भीड़ अकेले भाजपा ने जुटाई थी।
उल्लेखनीय है कि भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और देश के गृहमंत्री अमित शाह पिछले वर्ष उतरार्ध में यहां एक रैली को संबोधित कर चुके हैं।
इस बीच, एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरूल इमान ने महागठबंधन पर जोरदार सियासी हमला बोला है।
उन्होंने कहा कि 20 से 25 वर्षों तक भाजपा का बिस्तर गर्म करने वाले आज भाजपा का भय दिखाकर मुस्लिमों का वोट लेना चाहते हैं। वे रैली के जरिए हमको ख्वाब दिखा रहे हैं।
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि जब बाबरी मस्जिद टूटी तो कौन लोग कहां थे, जब बाबरी मस्जिद का फैसला आया तो कौन लोग कहां थे, जब गुजरात जल रहा था तो कौन लोग कहां थे, और यह लोग फिर इकट्ठा होकर हमारी पार्टी को भाजपा का बी टीम बताएंगे।
उन्होंने कहा कि इन नेताओं को दूसरों पर आरोप लगाने से पहले खुद को आईने में देख लेना चाहिए कल तक भाजपा के साथ कौन था, किसने हमारे पार्टी के 4 विधायकों को तोड़कर सरकार बनाई है।
उन्होंने कहा कि भाजपा को सत्ता से बेदखल करने के लिए कॉमन मिनिमम प्रोग्राम बनना चाहिए और भाजपा विरोधियों को एकजुट होना चाहिए, लेकिन विरोधी एकजुट के लिए तैयार नहीं है।
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