जयवीर सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश धार्मिक आध्यात्मिक रूप से जितना महत्वपूर्ण है, उतना ही प्राकृतिक रूप से भी। भारत के स्विट्जरलैंड के नाम से विख्यात सोनभद्र, जहां पर 1400 मिलियन वर्ष पुराना सलखन फासिल्स पार्क जैसे कई आकर्षण हैं। रानी टाइगर रिजर्व, दुधवा राष्ट्रीय उद्यान, कतर्नियाघाट वाइल्ड लाइफ सेंक्चुरी, पीलीभीत टाइगर रिजर्व सहित अनेकों आकर्षण हैं, जो तीर्थ नगरी से मामूली दूरी पर स्थित हैं। ईको टूरिज्म बोर्ड की ओर से महाकुंभ में 3,250 वर्ग फीट में लगाई प्रदर्शनी में इन सभी आकर्षणों को प्रदर्शित किया जा रहा है, ताकि पर्यटक इन स्थानों पर भी भ्रमण के लिए आकर्षित हों। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी में आगंतुकों के लिए ईको टूरिज्म सेल्फी पॉइंट्स, वर्चुअल रियलिटी डोम, ईको टूरिज्म डेस्टिनेशन एवं ईको टूरिज्म विकास बोर्ड द्वारा किए जा रहे कार्यों को प्रस्तुत किया जाएगा। ईको टूरिज्म से संबंधित विभिन्न हितधारकों द्वारा प्रचार, प्रसार एवं जानकारी प्रदान की जाएगी।
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि हम पर्यटन स्थलों पर अच्छी कनेक्टिविटी देने के लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं। इसी क्रम में पर्यटन विकास बोर्ड द्वारा लखनऊ से दुधवा राष्ट्रीय उद्यान के लिए हेली सर्विस का संचालन किया जा रहा है। चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डा लखनऊ से 5,000 रुपये में पर्यटक दुधवा पहुंच सकते हैं। सड़क मार्ग से जहां 4 घंटे से अधिक समय लगता है, वहीं वायुमार्ग से एक घंटे में ही यात्रा पूरी होगी। लोग www.up.flyola.in और www.upecoboard.in पर बुकिंग करके सफर कर सकते हैं।