यूपी. गोरखपुर के माफिया अजीत शादी ने एसीजेएम कोर्ट नंबर दो में आत्मसमर्पण कर दिया है। उसके ऊपर 25 हजार रुपये इनाम घोषित था। 12 मई से माफिया की तलाश चल रही थी। शाहपुर थाने में जबरिया वसूली, धमकी व बलवा का मुकदमा दर्ज होने के बाद से वह फरार था।
बुधवार को उसके आत्मसमर्पण की जानकारी मिलने के बाद से ही सुरक्षाकर्मियों को अलर्ट कर स्वाट, सर्विलांस टीम के साथ ही कैंट थाने की पुलिस को परिसर में मुस्तैद कर दिया गया था। बावजूद इसके माफिया ने पुलिसवालों को चकमा देकर सरेंडर कर दिया। माफिया अजीत शाही के विरुद्ध न्यायालय ने गैर जमानती वारंट जारी किया थी। तीन दिन से उसकी तलाश में गोरखपुर से लेकर देवरिया तक छापेमारी की जा रही थी।
तीन दशक से जरायम की दुनिया में सक्रिय है। जिले के अलग-अलग थानों में उसके विरुद्ध 33 मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस के रिकार्ड में वह आपराधिक माफिया घोषित है। पिछले छह वर्ष में उसके विरुद्ध कोई मुकदमा दर्ज न होने का आधार बनाकर जिले की पुलिस ने टाप 10 माफिया की सूची से नाम बाहर कर दिया। 12 मई को पूर्वोत्तर रेलवे के दी मैकेनिकल डिपार्टमेंट प्राइमरी कोआपरेटिव बैंक लिमिटेड में नियुक्ति के लिए बैंककर्मियों को धमकाने के बाद उसकी सरगर्मी से तलाश शुरू हुई।