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यूट्यूब से ट्रेनिंग लेकर बनाया ढाई लाख की नकली करेंसी, 3 जिगरी दोस्त गिरफ्तार

Nilmani Pal
2 Oct 2021 2:24 PM GMT
यूट्यूब से ट्रेनिंग लेकर बनाया ढाई लाख की नकली करेंसी, 3 जिगरी दोस्त गिरफ्तार
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पुलिस का खुलासा

रुड़की में ढाई लाख रुपये से अधिक की नकली करेंसी के साथ रुड़की के तीन दोस्तों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों से प्रिंटर, इंक और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान बरामद किया गया है। सिविल लाइंस कोतवाली में रुड़की सीओ विवेक कुमार ने प्रेस वार्ता कर बताया कि काफी समय से सूचना मिल रही थी कि क्षेत्र में नकली करेंसी चल रही हैं। जिसके बाद पुलिस अलर्ट हो गए और अपने मुखबिर तंत्र को सतर्क कर दिया। रुड़की सीओ ने बताया कि विकास उर्फ विक्की निवासी कृष्णा नगर, जॉनी कुमार निवासी चावमंडी और अनुज प्रताप मकान नंबर.8 आवास विकास कॉलोनी को 2 लाख 47 हजार 500 रुपये की नकली करेंसी के साथ गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों से प्रिंटर और इंक बरामद व अन्य सामान बरामद किया है। पुलिस टीम में इंस्पेक्टर अमरजीत सिंह, वरिष्ठ उप निरीक्षक संतोष पैथवाल, उप निरीक्षक सुनील रमोला, कांस्टेबल हसन जैदी, हरि सिंह, मनोज संदीप और चेतन सिंह शामिल रहे।

फंराटेदार इंग्लिश बोलता है अनुज

अनुज प्रताप पढ़ाई लिखाई में काफी अच्छा है। ग्रेजुएशन की पढ़ाई के बाद अभी भी वह उच्च शिक्षा ग्रहण करने में लगा है। घर की भी बैकग्राउंड काफी अच्छी है। पिता रिटायर प्रधानाचार्य बताए जा रहे हैं। इस बीच अनुज को नशे की लत लग गई। जिसमें विकास और जॉनी कुमार भी शामिल हो गए। तीनों मिलकर नशा करने लगे। लेकिन जब नशे की लत पूरी नहीं हुई तो गलत रास्ता अपना लिया। घर में चोरी के अलावा शहर में भी छोटी मोटी चोरियों की घटनाओं को अंजाम दिया।

रुड़की और भगवानपुर क्षेत्र में भी नकली करेंसी के मामला पकड़ में आ चुके हैं। उन्होंने भी यूट्यूब से ही नकली नोट बनाने की ट्रेनिंग ली थी। अनुज प्रताप ने यूट्यूब पर नोट बनाने की प्रक्रिया को सीखा और विकास उर्फ विक्की और जॉनी कुमार को भी इसमें शामिल किया। तीनों ने फिर नकली करेंसी बनाने बनाने का काम शुरू किया। जिसके बाद सब्जी की दुकान, जनरल स्टोर और पेट्रोल पंप आदि पर नोट चलाएं। विकास, जॉनी और अनुज ने रुड़की शहर में अब तक लाखों रुपये के नकली नोट चला दिए हैं। छोटी मोटी दुकानों के अलावा पेट्रोल पंप पर यह नोट चलाए गए। शुरू में कुछ टेक्निकल खामियों के चलते उनका प्लान चौपट हो गया था। लेकिन बाद में नकली करेंसी हूबहू असली करेंसी की तरह दिखने लगी। जिसके बाद उन्होंने 2 हजार से लेकर 100 रुपये तक की नकली करेंसी चलानी शुरू कर दी।

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