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पटना: पढ़ाई के दौरान मकान मालिक की बेटी से आंखें चार हुईं। इश्क खूब परवान चढ़ा, मगर जन्मों के बंधन में नहीं बंध सका। दोनों की शादियां अलग-अलग जगह हो गईं। दोनों की अपनी जिंदगी भी आगे बढ़ गई। प्रेमी सिलाव में अपनी शादीशुदा जिंदगी में एक बेटे का बाप बनकर नालंदा के सिलाव में रह रहा था, उधर प्रेमिका नूरसराय में अपने पति और दो बच्चों के साथ रह रही थी। दोनों अपनी शादीशुदा जिंदगी में रहते हुए 10 साल पुराने प्रेम में रहे।
17 तारीख की शाम को नूरसराय थाना क्षेत्र के नारी गांव स्थित छिलकापर से बोरी में दो हाथ और दो पैर बरामद हुए थे। आवारा कुत्ते इसे नोच रहे थे तो ग्रामीणों ने देखा। पुलिस को खबर की गई तो तफ्तीश में सामने आया कि 16 नवंबर की शाम से लापता 30 वर्षीय युवक से उसका हुलिया मिल रहा है। हाथ में बंधे कंगन और कलाई में जले के निशान से पुष्टि हुई कि सिलाव थाना क्षेत्र के नानंद गांव निवासी नरेश चौधरी के 30 वर्षीय पुत्र विकास चौधरी की यह लाश है। मौत की वजह तलाशती पुलिस को विकास के प्रेम प्रसंग की जानकारी हुई। प्रेमी, उसकी प्रेमिका और प्रेमिका के पति के मोबाइल रिकॉर्ड-लोकेशन ने सारी कहानी खोल दी। प्रेमिका के पति को विकास और अपनी पत्नी के बीच चल रहे प्रेम प्रसंग की जानकारी हो गई थी। पुष्टि होने के बाद उसने अपनी पत्नी के सहारे ही विकास को बुलाया और फिर हत्या कर दी। हत्या के बाद लाश के सिर, धड़, दोनों हाथों और दोनों पैरों को कुदाल से काटकर दूर-दूर जाकर अलग-अलग हिस्सों में फेंक दिया। माना जा रहा है कि विकास पर काबू पाने के लिए प्रेमिका के पति ने अपने कुछ दोस्तों की भी मदद ली है।
पुलिस ने अनुसंधान के क्रम में नूरसराय थाना क्षेत्र के बाराखुर्द निवासी दम्पत्ति रंजन कुमार और उसकी पत्नी ज्योति कुमारी को हिरासत में लेते हुए उन दोनों की निशानदेही पर दीपनगर थाना क्षेत्र के सिपाह गाँव स्थित पंचाने नदी से धड़ और फतुहा थाना क्षेत्र स्थित पुनपुन नदी से विकास के सिर को बरामद कर लिया। सदर डीएसपी डॉ. शिब्ली नोमानी के अनुसार इस घटना में अन्य लोगों के भी शामिल होने की आशंका है। फिलहाल जांच जारी है। फिलहाल बरामद किए गए सभी अंगों को डीएनए जांच के लिए भेजा गया है ताकि शव की पहचान को लेकर कोई संशय नहीं रहे। रंजन और ज्योति से पूछताछ में जिन लोगों के सहयोग की बात आएगी, उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।
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