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पूर्व सहायिका के साथ मिलकर 80 वर्षीय बुजुर्ग के घर में की लूट

Shantanu Roy
26 Jan 2023 4:14 PM GMT
पूर्व सहायिका के साथ मिलकर 80 वर्षीय बुजुर्ग के घर में की लूट
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मामलें में जांच जारी
नई दिल्ली। दक्षिणी दिल्ली के पॉश इलाका ग्रेटर कैलाश में अकेले रहने वाले एक 80 वर्षीय बुजुर्ग के घर में उसकी घरेलू सहायिका ने पूर्व सहायिका के साथ मिलकर लूट को अंजाम दिया था। पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते इस लूट की साजिश का न सिर्फ भंडाफोड़ कर दिया, बल्कि लूट को अंजाम देने वाली वर्तमान और पूर्व घरेलू सहायिका के साथ ही पूर्व सहायिका की भाभी व एक पुरुष मित्र और उनसे चोरी के गहने खरीदने वाले ज्वेलर बाप बेटे को भी गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही इनसे लूटे हुए गहनों में से करीब 70 फीसदी गहने बरामद कर लिए हैं, जिसमें हीरा जडि़त 02 सोने के टॉप्स, 01 डायमंड रिंग, 01 जोड़ी सोने के टॉप्स, एक जोड़ी हीरा जडित सोने का काडा और नकद 5000 रुपये बरामद कर लिए हैं। गिरफ्तार लोगों में तीन महिलाएं और एक पुरुष जिसकी पहचान बिजनौर निवासी नरेंद्र के रूप में हुई है। वहीं चोरी के जेवरात खरीदने वाले ज्वेलर बाप बेटा की पहचान लक्ष्य वर्मा व अनिल वर्मा के रूप में हुई है। डीसीपी चंदन चौधरी ने बताया कि 22 जनवरी को ग्रेटर कैलाश 1 में रहने वाले 80 वर्षीय बुजुर्ग ने पुलिस को घर में चोरी की शिकायत दी थी। शिकायत पर जब पुलिस पहुंची तो पीड़ित ने बताया कि घर में तीन लोग घुसे थे, जिन्होंने चाकू के बल पर उन्हें कब्जे में लेकर घर में रखे सोना और हीरा के गहने लूट ले गए।
पीड़ित की शिकायत पर पुलिस लूट की धारा में मामला दर्ज कर एसीपी सीआर पार्क मनु हिमांशु की देखरेख व एसएचओ अजीत कुमार के नेतृत्व में एसआई श्री भगवान, एएसआई मेजर हुसैन, एचसी सुनील, एचसी संदीप, एचसी सुरेंद्र की टीम ने जांच शुरू की। टीम ने सीसीटीवी फुटेज एकत्र किए और क्षेत्र के 70 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के फुटेज का विश्लेषण किया। सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण करने पर, एक महिला आरोपी की पहचान की गई जोकि बुजुर्ग की ही घरेलू सहायिका थी। जब उसके मोबाइल कॉल रिकॉर्ड की जांच की गई तो कुछ संदिग्ध नंबर मिले। इसमें से एक नंबर उसी घर की पूर्व सहायिका की थी। पूछताछ करने पर पहले तो उसने पुलिस को बरगलाने की कोशिश की पर बाद में वह टूट गई। लूट में संलिप्तता स्वीकार करते हुए उसकी निशानदेही पर अन्य तीन आरोपियों को भी पुलिस ने दबोच लिया। इस पूरे लूट की साजिश पूर्व सहायिका ने रची थी। उसे पता था कि घर में काफी मात्रा में कीमती जेवरात हैं। इसके लिए पहले उसने अभी भाभी और दोस्त नरेंद्र के साथ योजना बनाई थी। इसके बाद घर में आसानी के प्रवेश करने के लिए वर्तमान सहायिका को भी लालच के देकर साजिश में शामिल कर लिया। वारदात की रात करीब 9 बजे वे वहां पहुंचे। उन्होंने अपने चेहरे ढक रखे थे। तय अनुसार घरेलू सहायिका ने दरवाजा खोल दिया। अंदर प्रवेश कर नरेंद्र ने किचन से चाकू ले लिया, वहीं एक महिला ने अपने साथ खिलौना पिस्टल ले रखी थी। इसके बाद उन्होंने चाकू के बल पर बुजुर्ग को नियंत्रण में लेकर घर से लाखों रुपये मूल्य आभूषण लूटकर फरार हो गए। यहां से वे नोएडा गए और आभूषणों को अपने एक जानकार जौहरी अनिल वर्मा और उनके बेटे लक्ष्य वर्मा को बेच दिया।
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