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केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने स्कूल भर्ती घोटाले मामले की जांच के तहत बुधवार को सिलीगुड़ी में उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय (NBU) के कुलपति सुबिरेस भट्टाचार्य के कार्यालय पर छापेमारी की। एजेंसी ने कोलकाता स्थित भट्टाचार्य के अपार्टमेंट को सील भी किया। इसी मामले में ममता बनर्जी के करीबी रहे और उनकी सरकार में मंत्री रहे पार्थ चटर्जी को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया था।
कलकत्ता हाई कोर्ट की ओर से गठित समिति की रिपोर्ट में भट्टाचार्य का नाम सामने आया था। रिपोर्ट में दावा किया गया था कि पिछले कुछ वर्षों में पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा संचालित या सहायता प्राप्त संस्थानों में स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) की सिफारिशों पर अवैध नियुक्तियां की गईं। भट्टाचार्य 2014 से 2018 के बीच एसएससी के अध्यक्ष थे।
कुलपति का मोबाइल जब्त
सीबीआई के 12 सदस्यीय दल ने सिलीगुड़ी में एनबीयू कुलपति के कार्यालय पर छापेमारी की। सीबीआई के एक अधिकारी ने कहा, हमने छापेमारी की और कुछ दस्तावेज और उनका मोबाइल फोन जब्त किया है। एक अन्य टीम ने कोलकाता के बंसद्रोनी इलाके में भट्टाचार्य के अपार्टमेंट को सील कर दिया। हालकि, वह अब सिलीगुड़ी में रहते हैं। एनबीयू के कुलपति से संपर्क नहीं हो सका है।
50 करोड़ से ज्यादा की रकम हुई थी बरामद
कोर्ट ने पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी को कोर्ट ने 31 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिए हैं। इससे पहले कोलकाता के सिटी सेशंस कोर्ट ने दोनों को 18 अगस्त तक हिरासत में भेजा था। ईडी ने बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में दोनों को 25 जुलाई को गिरफ्तार किया था। अर्पिता के घर छापेमारी में ईडी को 50 करोड़ से ज्यादा कैश और गोल्ड बरामद हुआ था। अर्पिता ने पूछताछ में कबूला था कि यह पैसा पार्थ का है। उसके घर में सिर्फ पैसों को रखा गया था।
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