लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ हो, देश के 81 प्रतिशत लोगों की मांग
दिल्ली। 'एक राष्ट्र-एक चुनाव' को लेकर पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाली समिति को जनता से 21,000 सुझाव मिले हैं, जिनमें से 81 प्रतिशत लोगों ने देश में लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराने के विचार पर सहमति जताई है। एक आधिकारिक बयान में रविवार को यह जानकारी दी गई। बयान में …
दिल्ली। 'एक राष्ट्र-एक चुनाव' को लेकर पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाली समिति को जनता से 21,000 सुझाव मिले हैं, जिनमें से 81 प्रतिशत लोगों ने देश में लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराने के विचार पर सहमति जताई है। एक आधिकारिक बयान में रविवार को यह जानकारी दी गई।
बयान में बताया गया कि 46 राजनीतिक दलों से भी सुझाव मांगे गए थे। इसमें कहा गया, 'अब तक 17 राजनीतिक दलों के सुझाव मिले हैं।' कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस समेत विभिन्न विपक्षी दलों ने एक साथ चुनाव कराने के विचार का विरोध किया है। पिछले साल सितंबर में गठित कोविंद के नेतृत्व वाली समिति ने रविवार को अपनी तीसरी बैठक की। मंत्रालय का कहना है, '20 हजार 972 जवाब मिले हैं। इनमें से 81 फीसदी ने एक साथ चुनाव कराए जाने की बात कही है। इसके अलावा 46 राजनीतिक दलों से भी सुझाव मांगे गए थे। अब तक 17 राजनीतिक पार्टियों से जवाब मिल चुके हैं। भारत निर्वाचन आयोग (ECI) की तरफ से मिले सुझावों को भी समिति ने दर्ज किया है।'
बीते सप्ताह ही कोविंद ने पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्र और ओपी रावत, मद्रास हाईकोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश मुनीश्वर नाथ भंडारी, दिल्ली हाईकोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश, जी रोहिणी से मुलाकात की थी। पूर्व राष्ट्रपति कोविंद की अगुवाई में काम कर रही समिति की अगली बैठक 27 जनवरी को होगी।