राजस्थान सरकार कोरोना के लगातार बढ़ रहे मामलों के बाद सख्ती के मूड में आ चुकी है. रविवार से पूरे प्रदेश नई गाइडलाइन प्रभावी होने जा रही है. नई गाइडलाइन इस कदर सख्त है कि निजी वाहन दोपहर 12 बजे के बाद पेट्रोल पंप से डीजल-पेट्रोल और गैस भी नहीं भरवा सकेंगे. इसके अलावा फल सब्जी और किराना सामान की दुकानें भी सुबह सिर्फ 5 घंटे यानी सुबह 6 से 11 बजे तक खुली रहेंगीं. लेकिन इतने सख्त लॉकडाउन के बीच भी सुरा प्रेमियों का पूरा ध्यान रखा गया है. राज्य के वित्त विभाग ने जो आदेश शराब की दुकानों के संबंध में जारी किया है उसके मुताबिक अब सप्ताह के पांच दिन तक शराब के शौकीन शराब खरीद सकेंगे. हां शराब की दुकानों को खोलने का समय थोड़ा सीमित है और इसके लिए सुरा प्रेमियों को सुबह थोड़ा जल्दी उठना पड़ेगा.
शराब की दुकानें सुबह 6 से 11 बजे तक खुल सकेंगींरकारी आदेश के अनुसार शराब की दुकानें सुबह 6 से 11 बजे तक खुल सकेंगीं. अब सरकार भी क्या करे, मामला सरकारी खजाने से जुड़ा है और सरकार भी लॉकडाउन में अपनी कमाई जारी रखना चाहती है. इसलिए तय हुआ कि फल-सब्जी और किराने की तर्ज पर शराब की दुकानें भी खोली जाए. लेकिन शनिवार और रविवार को शराब की दुकाने बंद रहेंगी. अब ये भी जान लीजिए कि आखिर शराब की दुकानों को दी गई इस छूट के सरकार के लिए मायने क्या है. दरअसल शराब की बिक्री से राजस्थान सरकार को तगड़ा राजस्व मिलता है. पिछले वित्तीय वर्ष में राजस्थान सरकार को इस आबकारी मद से करीब दस हजार करोड़ रुपये मिले थे. इस साल यानी एक अप्रैल से शुरू हुए वित्तीय वर्ष का आबकारी लक्ष्य करीब साढ़े तेरह हजार करोड़ का तय किया गया है. अब इस लक्ष्य की खातिर लॉकडाउन में भी कुछ घंटे ही सही मगर दुकानें तो खोलनी ही पड़ेंगी. यानी सुरा प्रेमी लॉकडाउन में भी निराश नहीं होंगे.