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बिहार में एक तरफ तो सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) अपने मंत्रियों और अधिकारियों को शराब नहीं पीने की शपथ दिलवा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर सरकारी भवनों से लगातार शराब की बोतलें बरामद हो रही हैं. दरअसल बिहार विधानसभा के बाद अब दरभंगा समाहरणालय (Darbhanga DM Office) के परिसर में शराब की दर्जनों खाली बोतलें (Wine Bottles) मिली हैं. बता दें, समाहरणालय परिसर के जिस अम्बेडकर सभा में अधिकारी से लेकर मंत्री आए दिन बैठक करते हैं, उसी के पीछे 10 मीटर की दूरी पर विदेशी शराब की कई बोतलों का मिलना बिहार में पूर्ण शराबबंदी के दावों पर सवाल उठाता है. दरभंगा प्रशासन के नाक के नीचे शराब की बोतल मिलने से अब विपक्ष भी लगातार सरकार पर हमलावर है.
लेफ्ट पार्टी के नेता देवेंद्र कुमार ने नीतीश कुमार के अभियान पर सवाल उठाते हुये कहा है कि विधानसभा परिसर के बाद अब दरभंगा जिले के समाहरणालय परिसर में विदेशी शराब की खाली दर्ज़नो बोतल दिखाई दी है. अब ऐसे में शराबबंदी का कानून बनाने वाले बिहार विधानसभा के बाद अब जहां से पूरे जिले में शराबबंदी पर नजर रखने जिमेदारी है, वहीं अगर शराब की खाली बोतल दिखाई दे तो यह बेहद ही गंभीर मामला है.
दरअसल दरभंगा जिले के समाहरणालय जहां खुद दरभंगा के सबसे बड़े अधिकारी जिसे जिलाधिकारी कहा जाता है वह खुद बैठते हैं और वहीं शराब मिली है तो ऐसे में हर को यह सवाल उठा रहा है कि क्या किसी अधिकारी की वहां नजर तक नहीं पड़ी. बता दें, यहीं पर डीएम का कार्यालय है. यहां अधिकारियों के संग मंत्री भी बैठक करने पहुंचते हैं. बावजूद इसके यहां ऐसी तस्वीर मिलना प्रशासन के दावों पर सवाल उठाता है.
स्थानीय निवासी अमित का कहना है कि क्या शराबियों के हौसले इतने बुलंद है कि ज़िले के सबसे बड़े अधिकारी के परिसर में न सिर्फ प्रवेश कर नशा कर रहे हैं बल्कि वहां बोतलें और अन्य सामग्री भी छोड़ दे रहे हैं. अब तो यह माना जाए कि नशेड़ियों के लिए सबसे सुरक्षित अड्डा डीएम कार्यालय ही बन गया है. सिर्फ दरभंगा डीएम कार्यालय ही नहीं बिहार के अन्य सरकारी भवनों में भी शराब की बोतलें मिलने की खबर लगातार आ रही है.