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महेश पब्लिक स्कूल में वार्षिकोत्सव की गूंजी शहनाई, हूए विभिन्न आयोजन

5 Jan 2024 7:51 AM GMT
महेश पब्लिक स्कूल में वार्षिकोत्सव की गूंजी शहनाई, हूए विभिन्न आयोजन
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भीलवाड़ा। महेश सेवा समिति द्वारा संचालित महेश पब्लिक स्कूल भीलवाड़ा के प्रांगण में वार्षिकोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया गया। सर्वप्रथम मुख्य अतिथि सांसद सुभाष चन्द्र बहेडिया, विशिष्ट अतिथि संगम ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज के एमडी एसएन मोदानी सहित समिति अध्यक्ष ओमप्रकाश नराणीवाल, सचिव राजेंद्र कचैलिया, उपाध्यक्ष सत्यनारायण मूंदड़ा द्वारा विद्या की अधिष्ठात्री देवी माँ शारदा को …

भीलवाड़ा। महेश सेवा समिति द्वारा संचालित महेश पब्लिक स्कूल भीलवाड़ा के प्रांगण में वार्षिकोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया गया। सर्वप्रथम मुख्य अतिथि सांसद सुभाष चन्द्र बहेडिया, विशिष्ट अतिथि संगम ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज के एमडी एसएन मोदानी सहित समिति अध्यक्ष ओमप्रकाश नराणीवाल, सचिव राजेंद्र कचैलिया, उपाध्यक्ष सत्यनारायण मूंदड़ा द्वारा विद्या की अधिष्ठात्री देवी माँ शारदा को दीप प्रज्ज्वलित कर पूजा - अर्चना की गई। तत्पश्चात छात्राओं द्वारा नृत्य के माध्यम से सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई। अतिथि देवो भव की परम्परा का निर्वहन करते हुए अध्यक्ष ओमप्रकाश नराणीवाल द्वारा मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि का उपरणा ओढ़ाकर तथा पगड़ी पहनाकर स्वागत किया गया। स्वागत की इसी कड़ी में छात्राओं द्वारा सुन्दर स्वर लहरी में स्वागत गीत गाया गया। उसके बाद द बैटल ऑफ टेलेंट इंग्लिश प्ले का अभिमंचन किया जिसमें यह दर्शाया गया कि पढ़ाई के अलावा यदि बच्चे की अन्य क्षेत्र में भी रुचि है तो उसे रोकना नहीं चाहिए, बल्कि बढ़ावा देना चाहिए। हर क्षेत्र में बच्चा अपने जीवन को उज्ज्वल बना सकता है। वुमेन एम्पावरमेंट नामक खूबसूरत नृत्य ने सबको अपनी तरफ खींचा। इस नृत्य के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि स्वतंत्र भारत में आज भी नारी को व्यावहारिक तौर पर समानता का दर्जा नहीं मिला है। विद्यालय की प्राचार्या अरविंदर कौर ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। जिसमें विद्यालय की समस्त गतिविधियों पर प्रकाश डाला गया। कव्वाली की सुर सरिता ने सबको मोह लिया। साथ ही फनी डांस ने सबको लोटपोट कर दिया। इसी प्रकार निष्ठा, स्थिरता और सत्यता को जोड़ते हुए विद्यार्थियों द्वारा लोका नामक क्लासिकल डांस प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम की कड़ी को बढ़ाते हुए विद्यार्थियों द्वारा बढती आकांक्षाएँ छीनता बचपन नामक एक नाटक प्रस्तुत किया गया, जिसमें यह संदेश दिया गया कि अभिभावकों को कभी भी अपनी इच्छाएँ बच्चों पर नहीं थोपनी चाहिए।

अन्यथा बच्चे तनावग्रस्त हो जाते हैं। मुख्य अतिथि सुभाष बहेडिया ने अपने अमृत वचनों की मंदाकिनी बहाते हुए कहा कि कोरी मटकी में छिपी सुगंध के समान सभी में कई प्रतिभाएंँ छिपी होती है। केवल पढ़ाई के पीछे न भागकर अन्य क्षेत्रों में भी अपने जीवन को तराशने के लिए अनेक विकल्प है। हम भारतीयों की रक्षा सरहद पर पहरा देने वाले जवान तथा अपने अन्न से पेट भरने वाले किसान ही करते है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि एसएन मोदानी ने पूरे कार्यक्रम को देखकर यही कहा कि इन्द्रधनुष के सातों ही रंग इस कार्यक्रम की खूबसूरती में चार-चाँद लगाते हुए जमीं पर उतरे हैं। सचिव राजेंद्र कचैलिया द्वारा बच्चों की इस प्रकार की परफॉर्मेंस देखकर उनका उत्साहवर्धन करते हुए कहा गया कि इन विद्यार्थियों में टेलेंट कूट - कूट कर भरा हुआ है। अवसर मिलते ही वे अपना पूरा जोश दिखा रहे हैं। नन्हे मुन्ने विद्यार्थियों द्वारा नये जमाने और पुराने जमाने के गानों में तालमेल बिठाते हुए मनमोहक नृत्य रेट्रो-मेट्रो प्रस्तुत किया गया। समिति अध्यक्ष ओमप्रकाश नराणीवाल ने अपने उद्बोधन में पूरे कार्यक्रम की सराहना करते हुए अभिभावकों से आग्रह किया कि बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु बारहवीं कक्षा तक स्कूल में ही शिक्षा दिलाएँ न कि कोचिंग हेतु, उनकी इच्छाओं के विरुद्ध बाहर भेजें क्योंकि बच्चा किसी भी क्षेत्र में आगे बढ़ सकता है। उपाध्यक्ष सत्यनारायण मूंदड़ा, कोषाध्यक्ष राजेश बाहेती, संचालक केदारमल जागेटिया ने पूरे कार्यक्रम की सराहना करते हुए विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया। इस पूरे कार्यक्रम में सहसचिव प्रहलाद राय हींगड, दिलीप तोषनीवाल, ओमप्रकाश मालू, दिनेश शारदा, सुरेश चन्द्र काबरा, चन्द्र प्रकाश काल्या सहित प्रदेशाध्यक्ष राधेश्याम चेचाणी, ओमप्रकाश गटयाणी, देवेन्द्र सोमानी, अशोक बाहेती, रमेश राठी, केदार गगरानी, संजय जागेटिया, मुकेश काबरा, राजेन्द्र जागेटिया, कमलेश लाठी आदि गणमान्य सदस्य उपस्थित थे। कार्यक्रम की अंतिम कड़ी में पूरे एसएमपीएस परिवार ने अनेक सुरों को एक सुर में मिलाता हुआ, अपना अनूठा प्रदर्शन किया। अंत में समिति के उपाध्यक्ष सत्यनारायण मूंदड़ा ने सभी आगंतुक महानुभावों का आभार व्यक्त किया।

बढते तलाक घटते मूल्य पर लघु नाटिका

उपाध्यक्ष सत्यनारायण मूंदड़ा ने बताया कि वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में बढते तलाक घटते मूल्य पर लघु नाटिका का मंचन किया गया। जिसमें बढते तलाक घटते मूल्य में विवाहित दंपत्तियों के घर के कामकाज में सामंजस्यता का अभाव तथा माता - पिता की सोच में तालमेल का न होना मुख्य कारण बताया गया। जय जवान जय किसान नृत्य के माध्यम से दोनों को ही नमन किया गया तथा देश के असली हीरो मंगलपांडे, भगतसिंह, चन्द्रशेखर आजाद आदि को बताया गया।

छात्राओं द्वारा रोमांच पैदा करने वाला किया होर डांस

छात्राओं द्वारा रोमांच पैदा करने वाला भयानक रस से ओतप्रोत होर डांस किया गया जिसे देखकर एक बार तो पूरे पाण्डाल में सन्नाटा छा गया। इस सर्द भरे मौसम में दर्शकों ने चाय, कॉफी व स्टॉल पर खाने-पीने का लुत्फ उठाते हुए कार्यक्रम का आनंद उठाया। अंत में विभिन्नता में एकता हिन्द की विशेषता को दर्शाते हुए सुन्दर नृत्य प्रस्तुत किया गया, जिसमें असम, पंजाब, महाराष्ट्र, राजस्थान आदि के लोकनृत्य प्रस्तुत किये गये। वीरों की भूमि राजस्थान को देखकर तो सबका मन इतिहास को और जानने के लिए उत्सुक था। राजस्थान तो है ही सबसे निराला। इसलिए तो कहते है-आपणो राजस्थान सबसूं महान।

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