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एलजी मनोज सिन्हा ने फारूक अब्दुल्ला पर बोला हमला

Nilmani Pal
19 Oct 2022 3:55 AM GMT
एलजी मनोज सिन्हा ने फारूक अब्दुल्ला पर बोला हमला
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कश्मीर। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला के 'घाटी में टारगेटेड किलिंग कभी बंद नहीं होगी' वाले बयान पर पलटवार किया है. एलजी मनोज सिन्हा ने फारूक अब्दुल्ला का नाम लिए बगैर उनके सीएम रहते हुए नरसंहारों का जिक्र कर उनपर हमला बोला. मनोज सिन्हा ने कहा कि जो लोग सवाल उठा रहे हैं कि जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 के खत्म होने के बाद हिंसा बढ़ी है, उन्हें आंकड़ों को देखना चाहिए. सिन्हा ने कहा कि जम्मू कश्मीर के पुराने आंकड़ों की बात करें तो यहां दशकों तक शासन करने वाले लोगों के मुंह पर पोतने के लिए कालिख भी कम पड़ जाएगी.

दरअसल, जम्मू कश्मीर में 15 अक्टूबर को आतंकियों ने कश्मीरी पंडित पूरन कृष्ण भट की हत्या कर दी थी. इसे लेकर फारूक अब्दुल्ला ने कहा था कि घाटी में टारगेटेड किलिंग कभी बंद नहीं होगा. उन्होंने कहा कि जब तक इंसाफ नहीं होगा ये कभी बंद नहीं होगा.

मनोज सिन्हा ने कहा कि कुछ लोग न्याय देने की बात कर रहे हैं. ये लोग किसे न्याय देने की बात कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 हटने के बाद हत्याओं में भारी गिरावट आई है. लेकिन ये सच है कि कुछ बेगुनाह मारे गए हैं. लेकिन यह भी सच है कि घाटी में एक इकोसिस्टम को जानबूझकर बनाया गया था. इसे ही हम खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं. प्रशासन का एक ही मंत्र है कि बेगुनाह को छेड़ो मत और दोषियों को छोड़ो मत.

मनोज सिन्हा ने कहा कि जिन्होंने जम्मू कश्मीर पर लंबे वक्त तक शासन किया, उन्हें याद करना चाहिए कि 1998 में गंधेरबाल में 26 कश्मीरी हिंदुओं की हत्या की गई थी. इसके अलावा उधमपुर में 26 लोगों को मार दिया गया था. 2000 में 35 सिखों की हत्या की गई. इसी साल अमरनाथ यात्रा के दौरान 7 मुस्लिमों समेत 32 लोगों की हत्या हुई थी. उस समय सत्ता में कौन था?

एलजी सिन्हा ने दावा किया कि पिछले ढाई साल में सुरक्षा बलों की कार्रवाई में एक भी निर्दोष व्यक्ति की मौत नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि अगर कहीं भी संदेह पैदा हुआ तो कड़ी कार्रवाई की गई. मनोज सिन्हा ने कहा कि 2016 की तुलना में 2019-2022 में नागरिकों की हत्या के मामले आधे रह गए हैं. लेकिन लोगों को हमसे और ज्यादा उम्मीदें हैं. क्योंकि देश में ऐसा पीएम है, जिस पर देश ही नहीं विदेश में बैठे लोगों को भी भरोसा है.


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