यूपी। देवरिया जिले के विरवां गांव के लोग पिछले तीन दिनों से तेंदुए की दहशत में जीने को मजबूर हैं. तेंदुए ने अभी तक बकरे और बछड़े को अपना शिकार बनाया है. वन विभाग की टीम दिन और रात में पेट्रोलिंग कर रही है और उसे पकड़ने का लगातार प्रयास कर रही है. जिला वन विभाग की टीम गांव में निगाह बनाए हुए हैं और खूंखार जानवर को पकड़ने के प्रयास में लगी हैं. दरअसल, रुद्रपुर तहसील के विरवां गांव में पिछले तीन दिनों से भय का आतंक बरकरार है. तेंदुए की दहशत से ग्रामीण सहमे हुए हैं, क्योंकि यहां तीन दिनों के भीतर तीन जानवरों पर हमला कर उन्हें मार डालने की घटना सामने आई. मरे हुए पालतू जानवर खेतों में पड़े हुए हैं और देखने से यह साफ तौर पर प्रतीत होता है कि किसी जंगली जानवर ने इनका शिकार किया है.
ग्राम प्रधान आशाराम यादव ने बताया कि लोग दहशत के साए में जीने को मजबूर हैं, क्योंकि उनके गांव में किसी जंगली जानवर ने तीन पशुओं का शिकार किया है. उन्होंने बताया कि गोहरिया टोला के सुरेंद्र ने देखा कि एक तेंदुए ने उसके बकरे पर हमला किया है और भाग निकला है. इसकी जानकारी वन विभाग को दी गई. सूचना मिलने पर SDM रुद्रपुर, वन विभाग के अधिकारी और गौरी बाजार की पुलिस गांव पर पहुंची थी. खेतों में पंजे के निशान की तस्वीर ली गई है और यह पता लगाने कि कोशिश की जा रही है कि आखिर में यह किस जंगली जानवर के पंजे के निशान हैं. रात में भी टीम यहां मौजूद है. उन्होंने बताया कि टीम के साथ ग्रामीण भी लाठी और भाले लेकर खेतों की तरफ निकले हैं ताकि कोई जंगली जानवर हो भी तो उसे पकड़ लिया जाए.
विरवां के ग्राम प्रधान ने बताया कि अप्रैल 2019 में भी एक तेंदुआ यहां पर आया था और उसने कई जानवरों को अपना शिकार बनाया किया था. वाइल्ड रेस्कयू टीम ने उसे पकड़ा था और तीन साल बाद एक बार फिर गांव के लोग खौफजदा हैं. इस मामले में रुद्रपुर के रेंजर के साथ ही जिला वन विभाग अधिकारी जगदीश आर. ने बताया कि खेतों में एक जानवर के पंजे के निशान मिले हैं. वन विभाग की टीम गांव में गश्त कर रही है और जंगली जानवर को पकड़ने के प्रयास जारी हैं.