पंजाब। देशभर में बढ़ी कीमतों के बीच जहां आम आदमी की पहुंच से नींबू दूरी बनाए हुए है वहीं पंजाब की जेल में 'नींबू घोटाला' सामने आया है. नींबू घोटाले के आरोप में पंजाब के एक जेलर को निलंबित कर दिया गया है. आरोप है कि जेलर ने नींबू खरीद को लेकर बिल में गड़बड़ी की. यह कार्रवाई कपूरथला मॉडर्न जेल के सुपरिटेंडेंट गुरनाम लाल पर की गई है.
जानकारी के अनुसार, इस मामले (Lemon Scam) की सच्चाई तब सामने आई, जब पंजाब के जेल मंत्री हरजोत सिंह बैंस से कैदियों ने शिकायत की. कैदियों ने आरोप लगाया था कि जेलर फर्जी तरीके से राशन बिल लगाकर गड़बड़ी कर रहे हैं. कैदियों ने शिकायत में कहा था कि राशन के बिल में दिखाया गया सामान जेल के कैदियों को कभी नहीं दिया गया. इस शिकायत पर मामले की जांच की गई. जांच में पता चला कि 15 से 30 अप्रैल के बीच 50 किलोग्राम नींबू की खरीद दिखाई गई थी. उस समय नींबू के दाम 200 रुपये प्रति किलोग्राम थे.
इसके बाद मंत्री ने नींबू के स्टॉक और बिल के सत्यापन के आदेश दिए. जेल के सीनियर अधिकारियों ने जांच की तो पता चला कि नींबू के बिल फर्जी थे. जेल के कैदियों ने अधिकारियों से कहा कि उन्हें कभी नींबू नहीं दिए गए. इसके अलावा जांच में राशन और सब्जी स्टॉक में भी गड़बड़ी पाई गई. सब्जी और गेहूं के आटे की खरीद में भी गड़बड़ी बताई जा रही है.
लेखा अधिकारी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि कैदियों को दिया जा रहा भोजन घटिया था. जैसा भोजन कैदियों को दिया जाना चाहिए, वैसा नहीं दिया जा रहा था. रोटियां बहुत पतली थीं और उनका वजन केवल 50 ग्राम था. इसके अलावा जेल में कुप्रबंधन सहित कई तरह की अव्यवस्थाएं सामने आई हैं. इन आरोपों के बाद जेल अधीक्षक गुरनाम लाल को निलंबित कर दिया गया है. जेलर के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जा रही है.