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'फर्जी वीडियो' को सोशल मीडिया में फैलाने पर 100 के खिलाफ हुई कानूनी कार्रवाई, 2 समुदायों के सदस्यों के बीच झड़प का मामला

jantaserishta.com
17 Feb 2022 5:00 AM GMT
फर्जी वीडियो को सोशल मीडिया में फैलाने पर 100 के खिलाफ हुई कानूनी कार्रवाई, 2 समुदायों के सदस्यों के बीच झड़प का मामला
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जानिए पूरा मामला।

नई दिल्ली: झारखंड के बरही में मॉब लिंचिंग के शिकार युवक रूपेश पांडेय रूपेश पांडेय हत्याकांड रूपेश पांडेय की हत्या की मौत के मामले में प्रत्येक दिन नये-नये खुलासे हो रहे हैं. अब यह राजनीतिक रंग लेना कर दिया है. विपक्षी पार्टी बीजेपी और मृतक के परिवार के सदस्य घटना की सीबीआई जांच (CBI Enquiry) की मांग कर रहे हैं. इसी बीच पुलिस ने सोशल मीडिया (Social Media) पर बरही हत्याकांड को लेकर वायरल वीडियो (Viral Video) को फर्जी बताते हुए 100 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की है. बता दें कि बुधवार को रूपेश पांडेय के परिजनों से मिलने पहुंचे बीजेपी नेता कपिल मिश्रा को रांची एयरपोर्ट पर रोक दिया गया था और पांच घंटे के बाद उन्हें वापस भेज दिया था. इसकी झारखंड के बीजेपी नेताओं ने निंदा की थी और हेमंत सोरेन सरकार पर हमला बोला था.

पिछले रविवार को सरस्वती प्रतिमा के विसर्जन जुलूस दौरान हजारीबाग जिले के बरही लखना दुलमहा में दो समुदाय से जुड़े युवकों के बीच झड़प हुईं थी, जिसमें युवक रूपेश पांडेय (18) की पिटाई से मौत हो गई थी. वहीं इस मामले में राज्य सरकार की ओर एहतियात के तौर पर चार जिलों में इंटरनेट सेवा बंद कर दिया गया था. जिससे किसी तरह की कोई अफवाह न फैले. अभी भी बरही में धारा 144 लागू है.
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार बरही में दो समुदायों के सदस्यों के बीच झड़प में एक किशोर की हाल ही में हुई हत्या से जुड़े एक 'फर्जी वीडियो' को सोशल मीडिया पर फैलाने के आरोप में 100 से अधिक लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई है. हजारीबाग जिले के एक पुलिस अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी. हजारीबाग के पुलिस अधीक्षक मनोज रतन चौठे ने कहा कि जांच करने पर पता चला कि कथित वीडियो दो क्लिप को मिलाकर बनाया गया था, जिसमें एक उत्तर प्रदेश का और दूसरा पराग्वे का था. चौठे ने कहा, "हमने विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वीडियो को वायरल करने और इसे बरही पुलिस स्टेशन की घटना से जोड़ने के लिए 100 से अधिक लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की है. वह वीडियो फर्जी है."
हजारीबाग पुलिस के एक बयान में कहा है कि वीडियो का बरही की घटना से कोई संबंध नहीं है क्योंकि यह शाम को हुआ था, जबकि वायरल क्लिप में दिन के दौरान होने वाली घटनाओं को दिखाया गया है. बयान में कहा गया, "सभी से अपील की जाती है कि इस तरह के फर्जी वीडियो को वायरल करने से बचें, ताकि लोगों में कोई भ्रम न हो और सांप्रदायिक सौहार्द बना रहे." छह फरवरी (रविवार) को सरस्वती प्रतिमा के विसर्जन जुलूस दौरान हजारीबाग जिले के बरही लखना दुलमहा में दो समुदाय से जुड़े युवकों के बीच झड़प हुईं थी, जिसमें युवक रूपेश पांडेय (17) की पिटाई से मौत हो गई थी. जिसके बाद से क्षेत्र में सांप्रदायिक तनाव है. प्रशासन का दावा है कि निजी रंजिश के चलते लड़के की हत्या की गई है.
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