जवानों की छुट्टियां रद्द: यासीन मलिक को उम्रकैद की सजा सुनाई जाने पर सेना को अलर्ट रहने का आदेश
कश्मीर। अलगाववादी नेता यासीन मलिक के टेरर फंडिंग में दोषी पाए जाने पर NIA की स्पेशल कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है. इसके बाद पाकिस्तान भी बौखला गया है. मलिक के सपोर्ट में पाकिस्तान खुलकर सामने आ गया है. इधर, यासीन मलिक को उम्र कैद की सजा मिलने के बाद कश्मीर में तैनात सभी सशस्त्र बलों की छुट्टियां अगले आदेश तक रद्द कर दी गईं हैं. साथ ही सेना को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है. यासीन को दिल्ली में बुधवार को कड़ी सुरक्षा के बीच तिहाड़ जेल से कोर्ट लाया गया था. यासीन मलिक ने सुनवाई के दौरान कबूल कर लिया था कि वह कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में शामिल था. वह प्रतिबंधित संगठन जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (JKLF) का चीफ है.
यासीन मलिक को लेकर पाकिस्तान से आवाजें उठने लगी हैं. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने सभी देशों से अपील की है कि वो मोदी सरकार के इस कदम का विरोध करें. पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी यासीन मलिक को दोषी ठहराए जाने को लेकर भारत की आलोचना की है.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मलिक के समर्थन में एक ट्वीट में कहा, 'दुनिया को भारत के जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक कैदियों के साथ भारत सरकार के दुर्व्यवहार पर ध्यान देना चाहिए. प्रमुख कश्मीरी नेता यासीन मलिक को फर्जी आतंकवाद के आरोपों में दोषी ठहराना भारत में मानवाधिकार के हनन की आलोचना करने वाली आवाजों को चुप कराने का निरर्थक प्रयास है. मोदी सरकार को इसके लिए दोषी ठहराया जाना चाहिए.' दिल्ली की NIA कोर्ट ने यासीन मलिक पर 10 लाख का जुर्माना भी लगाया है. NIA की मांग थी कि यासीन मलिक को फांसी की सजा दी जाए. यासीन मलिक को सजा सुनाने के बाद दिल्ली में भी हाई अलर्ट है. उसे तिहाड़ जेल के बैरक 7 में रखा गया है. उस पर सीसीटीवी से पैनी नजर रखी जाएगी. बुधवार शाम यासीन मलिक को हवालात से कोर्टरूम लाया गया था. जज को पहुंचने में देर होने पर उसे बैठने के लिए कुर्सी दी गई. कुछ देर बात जज आए और फैसला सुना दिया.
इस बीच अदालत के बाहर कई लोग तिरंगा लेकर पहुंचे. सजा का ऐलान होते ही दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट के बाहर जमा लोगों ने खुशी जाहिर करते हुए मिठाइयां बांटीं. वहीं, श्रीनगर के पास मैसुमा में यासीन मलिक के घर के पास मलिक समर्थकों और पुलिस के बीच झड़प की बात सामने आई. यहां पत्थरबाजी के बाद हालात सुरक्षाकर्मियों को आंसू गैस के गोले दागने पड़े.