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नेता के भतीजे को मार डाला, हुआ ये चौंकाने वाला खुलासा

jantaserishta.com
13 Nov 2022 4:08 AM GMT
नेता के भतीजे को मार डाला, हुआ ये चौंकाने वाला खुलासा
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न्यूज़ क्रेडिट: आजतक

क्राइम चरम पर है.
आरा: बिहार में इन दिनों क्राइम चरम पर है. कुछ दिन पहले ही बीजेपी नेता की गोली मारकर हत्या करने का मामला सामने आया था. अब बिहार के आरा में जेदयू नेता के भाई और भतीजे को सरेआम गोली मार दी गई. इस घटना में भतीजे की मौके पर ही मौत हो गई और भाई को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती किया जा रहा है.
वारदात सामने आने के बाद से पूरे इलाके में दशहत फैली हुई है. मौके पर पहुंची पुलिस ने छानबीन भी शुरू कर ही है. पीड़ित परिवार को 24 घंटे के अंदर हत्यारों को पकड़ने का आश्वासन सिटी एसपी ने दिया है. जिन पर हत्या करने का आरोपी है, उन लोगों ने जदयू नेता के परिवार की तीन दिन पहले किसी बात पर लड़ाई हुई थी, तब भी एफआईआर दर्ज कराई गई थी.
आरा में भोजपुर जदयू के वरीय जिला उपाध्यक्ष सह जिला पार्टी अभियान प्रभारी भीम सिंह पटेल के भाई अमरजीत पटेल उर्फ बउआ और भतीजे आकाश कुमार उर्फ भोलू (30 साल) को गोली मारी गई. यह वारदात शनिवार शाम को नगर थाना क्षेत्र के शिवगंज मोहल्ले में हुई.
बताया गया कि वारादत के वक्त पिता-पुत्र अपनी आटा चक्की पर मौजूद थे. आरोपी वहां आए और उन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाना शुरू कर दिया. गोली लगते ही पिता-पुत्र खून से लहुलुहान होकर जमीन पर गिर पड़े.
गोली चलते ही मोहल्ले में अफरा-तफरी मच गई. घटना को अंजाम देकर आरोपी मौके से भाग निकले. पुत्र आकाश की मौके पर ही मौत हो गई थी. वहीं, घायल पिता अमरजीत का शहर के निजी अस्पताल में इलाज किया जा रहा है. पिता की हालत भी गंंभीर बताई जा रही है.
गोलीकांड की जानकारी मिलने पर भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा. एसपी भोजपुर संजय कुमार भी घटना स्थल पर गए थे. पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया और लोगों से घटना के बारे में जानकारी ली.
मृतक आकाश के शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया. लेकिन परिवार की महिलाओं ने पुलिस को आकाश की मौत का जिम्मेदार ठहराया. परिवार की महिलाओं सहित जदयू नेता का कहना है कि पुलिस की लापरवाही के चलते यह वारदात हुई. यदि पुलिस हमारी शिकायत पर एक्शन लेती तो ऐसा नहीं होता.
तीन दिन पहले जदयू नेता के परिवार के लोगों का झगड़ा पड़ोसी राहुल जयकर और विशाल कुमार से हुआ था. उस दिन भी दोनों पक्षों ने पुलिस थाने में जाकर शिकायत दर्ज कराई थी. इस पर पीड़ित परिवार ने पुलिस पर एकपक्षीय कार्रवाई करने का इल्जाम लगाया. जदयू नेता के परिवार का कहना है कि उस दिन पुलिस ने हमारे घर आकर छानबीन की. लेकिन दूसरे पक्ष पर कोई एक्शन नहीं लिया था.
शाम को राहुल और विशाल के साथ करीब 20 हथियार लैस लोग आटा चक्का पर पहुंचे और गोलियां दाग दीं. हमारे बेटे की मौत हो गई है. उसके पिता जिंदगी-मौत की जंग लड़ रहे हैं.
गोलीकांड में जान गंवाने वाले आकाश को तीन गोलिया लगी हैं. दो गोलियां पैर में लगीं और एक गोली पेट में लगी थी. वहीं, अमरजीत को एक गोली लगी है.
जब पुलिस सदर अस्पताल पहुंची तो वहां पीड़ित परिवार की महिलाओं ने जमकर विवाद किया. पुलिस को इमरजेंसी विभाग में घुसने रोका और बहुत हंगामा मचाया. महिलाएं पुलिस को हत्याकांड के लिए जिम्मेदार बताती रहीं.
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