दरअसल बरेली के थाना बारादरी क्षेत्र के सुरेश शर्मा नगर के रहने वाले गौरव ने आरोप लगाते हुए बताया है कि उन्होंने सपा नेता अनुराग के साथ व्यापार किया था और उसके पैसे लेने थे. 2021 तक तो सपा नेता पैसे वापस करता रहा उसके बाद उसने ने पैसा देना बंद कर दिया फिर गौरव ने सपा नेता से पैसे मांगे तो उन्होंने एक चेक दे दिया और व्यापारी से कहा मैंने आपको चेक दे दिया है अब आप थोड़ा सब्र रखो सारे पैसे आपको वापस कर दिए जाएंगे. व्यापारी गौरव का आरोप है कि सपा नेता अनुराग सिंह ने 2022 में कैंट विधानसभा से विधायक का चुनाव लड़ने की बात कही और फिर उसके बाद कुछ पैसा और ले लिया.
सपा नेता का टिकट नहीं हुआ तो सपा नेता की पत्नी शालू ने ₹90000 नगद और एक लाख रुपये गौरव के खाते में ट्रांसफर कर दिए और उसके बाद पैसा नहीं दिया और फिर जो चेक दिया था उसे चेक वापस करने के लिए कहने लगे और धमकाने लगे उसे जान से मारने की धमकी देने लगे. गौरव का कहना है कि इसके बाद डर के कारण 28 मई को वह परिवार के साथ खटीमा चला गया. और फिर बचता हुआ कभी हरिद्वार तो कभी कुरुक्षेत्र पहुंचा. फिर गौरव को पता चला कि सपा नेता अनुराग सिंह ने उनके पिता और दादी को ऑफिस बुलाकर पुलिस की मदद से ऑफिस में बैठा लिया है. परेशान होकर गौरव ने डिप्टी सीएम से शिकायत की डिप्टी सीएम ने शिकायत का संज्ञान लेते हुए एफआई आर दर्ज की गई.
व्यापारी गौरव ने अपने अपने परिवार को जान का खतरा बताया है और उन्होंने कहा है कि मेरे परिवार पूरे को जान का खतरा है. अगर मेरे परिवार के साथ कोई अनहोनी हुई तो उसकी जिम्मेदारी सपा नेता अनुराग सिंह की होगी. पीड़ित गौरव का कहना है कि मेरे लिए सुरक्षा उपलब्ध कराई जाए. वहीं गौरव ने डिप्टी सीएम से रो-रोकर शिकायत की है और कहा है कि अब तक हमने तो अपना जीवन रख कर खर्च चलाया था अगर हमारे पैसे नहीं मिले तो हमें आत्महत्या करने को मजबूर होना पड़ेगा और हम अपने पूरे परिवार के साथ आत्महत्या कर लेंगे इसलिए हमारा पैसा मिलना चाहिए. डिप्टी सीएम ने तुरंत शिकायत का संज्ञान लेते हुए पुलिस को आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करने निर्देश दिए हैं. पुलिस ने भी सपा नेता समिति उसकी पत्नी और साले के खिलाफ थाना बारादरी में रिपोर्ट दर्ज कर पूरे मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है. वहीं इस पूरे मामले में बरेली के एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने जानकारी देते हुए बताया कि पीड़ित की शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है. साक्ष्य के आधार पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.