नेता पर लाठी-डंडे से वार, पुरानी रंजिश में उतारा गया मौत के घाट
लखीमपुरखीरी: उचौलिया थाना क्षेत्र में पुरानी रंजिश के चलते गन्ना तुलवाकर वापस लौट रहे सपा नेता और उसके भतीजे पर हमला हो गया। हमलावरों ने दोनों को घेरकर लाठी, डंडे और कांता से हमला किया। इस हमले में सपा नेता की मौके पर मौत हो गई जबकि भतीजा घायल हो गया। पुलिस ने दस आरोपियों …
लखीमपुरखीरी: उचौलिया थाना क्षेत्र में पुरानी रंजिश के चलते गन्ना तुलवाकर वापस लौट रहे सपा नेता और उसके भतीजे पर हमला हो गया। हमलावरों ने दोनों को घेरकर लाठी, डंडे और कांता से हमला किया। इस हमले में सपा नेता की मौके पर मौत हो गई जबकि भतीजा घायल हो गया। पुलिस ने दस आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। एसपी गणेश प्रसाद साहा ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस का दावा है कि कई आरोपी पुलिस हिरासत में हैं।
उचौलिया थाना क्षेत्र के मुस्तफाबाद गांव के रमेश यादव (38) समाजवादी युवजन सभा के विधानसभा उपाध्यक्ष पद पर रह चुके थे। भतीजे शुभम ने बताया कि बुधवार अलसुबह दोनों ट्रैक्टर से वापस लौट रहे थे कि उचौलिया क्षेत्र में ही नहर पुल के पास दबंगों ने उन पर हमला कर दिया। उन्होंने रमेश पर लाठी, डंडों व कांता से ताबड़तोड़ प्रहार किए। भतीजे शुभम ने विरोध किया तो उसको भी पीटा। मारपीट में घायल रमेश यादव की मौके पर ही मौत हो गई जबकि शुभम घायल हो गया।
उचौलिया इलाके में सपा नेता की हत्या के मामले में खेत से पानी निकाले जाने की रंजिश सामने आ रही है। गांव वालों के मुताबिक, इससे पहले भी दोनों पक्ष आमने-सामने आ चुके थे। झगड़ा कर चुके थे। उनके बीच रंजिश थी। बावजूद इसके, पुलिस ने जरूरी कदम नहीं उठाए। उसका नतीजा बुधवार की अलसुबह वारदात के रूप में सामने आया। इस घटना के बाद पुलिस ने आनन-फानन में केस दर्ज कर लिया और आरोपियों की तलाश में छापेमारी शुरू कर दी। पर घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल है।
गांव मुस्तफाबाद निवासी युवक रमेश यादव पर हमलावरों ने लाठी-डंडों और धारदार हथियारों से हमला कर दिया। जिससे उसकी मौत हो गई। हमले में रमेश का भतीजा शुभम घायल हो गया। बताया जाता है कि रमेश सिंह यादव भतीजे शुभम के साथ अपनी ट्रैक्टर-ट्रॉली पर मंगलवार सुबह अजबापुर चीनी मिल गन्ना लेकर गया था। वहां चीनी मिल में तकनीकी खराबी के कारण गन्ना की तौल नहीं हो सकी। मंगलवार देर रात तौल होने के बाद रमेश और भतीजा शुभम ट्रैक्टर-ट्रॉली पर घर वापस आ रहा था। इसी बीच बुधवार की अलसुबह गांव के पास नहर पटरी पर घात लगाए बैठे हमलावरों ने ट्रैक्टर ट्राली लगाकर रास्ता बंद कर दिया। इसके बाद हमलावरों ने दोनों पर हमला कर दिया। खेत में ले जाकर हमलावर दोनों को लाठी डंडों और धारदार हथियारों से मारने लगे।
हमले में शुभम बेहोश हो गया। जिसे मरा समझकर हमलावर चले गए। होश आने पर शुभम घर गया। घटना के बारे में बताया। मौके का फायदा उठाकर हमलावर भाग गए। सूचना पाकर मौके पर थाना प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र प्रताप सिंह मौके पर पहुंचे। मृतक की मां लक्ष्मी ने बताया कि करीब छह माह पहले रमेश का हमलावरों से खेत में सिंचाई करने को लेकर विवाद हो गया था। बताया जाता है कि नहर का पानी आरोपियों के खेत से निकलता था, जिसे लेकर वे रंजिश मानते थे। इससे पहले भी वे झगड़ा कर चुके थे। पर पुलिस मामले में कोई एहतियाती कार्रवाई नहीं कर सकी।
इंस्पेक्टर ने बताया कि घायल शुभम की तहरीर पर आरोपी हरिंद्र, सतेन्द्र, कमलेश, राजीव पुत्रगण मिलाप व राजपाल, नेत्रपाल पुत्रगण कमलेश लाऊ पुत्र राजेंद्र, आदेश पुत्र धनपाल निवासी ढढेल और बलवीर पुत्र तुलसीराम निवासी मुस्तफाबाद और रतीश पुत्र सुन्दर निवासी हुसेनापुर के खिलाफ तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। उचौलिया निरीक्षक धमेन्द्र प्रताप सिंह ने एसपी गणेश प्रसाद साहा को घटनाक्रम की जानकारी दी। क्षेत्राधिकारी निघासन यादवेन्द्र, क्षेत्राधिकारी मितौली प्रवीण कुमार,मैगलगंज और पसगवां फोर्स मौजूद रहा है।
रमेश की पत्नी रोहिणी ने बताया कि मई 2023 में पानी को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हो गया था, जिसकी पुलिस ने एनसीआर दर्ज की थी। उसी समय से विवाद चल रहा था और रमेश को नेत्रपाल द्वारा फोन पर धमकी भी दी जा रही थी। जिसकी शिकायत रमेश ने उच्चाधिकारियों से भी की थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। इससे हौसला बुलंद दबंगों ने उसे मौत के घाट उतार दिया और भाग गए। रमेश की मां लक्ष्मी देवी और पत्नी रोहिणी पुत्री छाया, पुत्र रूपेश का रो रोकर बुरा हाल है।