वकील के बेटे से 3 लाख की ठगी, डिजिटल अरेस्ट के चंगुल में फंसा
यूपी। लखनऊ में मुम्बई पुलिस के नाम पर एक बार फिर से डिजिटल अरेस्ट कर साइबर ठगों ने तीन लाख रुपये ऐंठ लिए। जालसाजों ने आशियाना शारदानगर के एक युवक को कॉल मिलाई। ईरान भेजे गए पार्सल में आपत्तिजनक चीजें होने और हवाला कारोबार में शामिल होने का आरोप युवक पर लगाया। करीब डेढ़ घंटे तक युवक को डिजिटल अरेस्ट रखा गया। यह आरोप लगाते हुए पीड़ित ने आशियाना कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है। उधर, मलिहाबाद कोतवाली ने अधिवक्ता ने बेटे की गिरफ्तारी का डर दिखा कर धोखाधड़ी का प्रयास किए जाने का मुकदमा दर्ज कराया है।
शारदानगर निवासी सुमित कुमार के पास 26 अक्तूबर को अनजान नम्बर से कॉल आई। फोन करने वाले ने बताया कि वह फेडक्रास कोरियर कम्पनी से बोल रहा है। सुमित के नाम से एक पार्सल ईरान भेजा गया है। जिसमें आपत्तिजनक सामान मिला है। यह जानकारी देने के बाद सुमित को मुम्बई पुलिस की तरफ से कॉल आई। फोन करने वाले ने बताया कि आपके आधार कार्ड पर 24 बैंक अकाउंट चल रहे हैं। कथित अधिकारी ने सुमित पर हवाला रैकेट में शामिल होने का आरोप लगाते हुए जांच की बात कही।
पीड़ित पर दबाव बना कर ठगों ने स्काईप ऐप डाउनलोड कराई। फिर वीडियो कॉल के जरिए करीब डेढ़ घंटे तक उसे डिजिटल अरेस्ट रखा गया। कथित पुलिसकर्मी ने सुमित से कहा कि आपके बैंक खाते चेक किए जाने है। इसलिए जितने भी रुपये हैं। उन्हें तत्काल ट्रांसफर करे। डर की वजह से सुमित ने करीब तीन लाख रुपये ट्रांसफर किए। कथित अधिकारी ने युवक को बताया था कि जांच के बाद रुपये खाते में वापस आ जाएंगे। काफी देर बाद भी रुपये रिटर्न नहीं होने पर सुमित को ठगों के फेर में फंसने का आभास हुआ। पीड़ित ने साइबर सेल में शिकायत करने के साथ आशियाना कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है।
मलिहाबाद कोतवाली में अधिवक्ता अशोक कुमार ने मुकदमा दर्ज कराया है। पीड़ित को अनजान से कॉल आई। फोन करने वाले ने बताया कि वह दरोगा विनोद कुमार बोल रहा है। उसने दावा किया कि अशोक के बेटे को गिरफ्तार किया गया है। जिसे छोड़ने के बदले 50 हजार रुपये मांगे गए। इंस्पेक्टर मलिहाबाद सुरेश सिंह ने बताया कि अधिवक्ता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।