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लखा ग्रेनाइट पत्थर सेंट्रल विस्टा की बढ़ाएगा खूबसूरती, ये है खासियत

jantaserishta.com
14 Aug 2021 7:43 PM GMT
लखा ग्रेनाइट पत्थर सेंट्रल विस्टा की बढ़ाएगा खूबसूरती, ये है खासियत
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जैसलमेर. राजस्थान के जैसलमेर का लखा ग्रेनाइट पत्थर ड्रीम प्रोजेक्ट सेंट्रल विस्टा की खूबसूरती बढ़ाएगा. देश की राजधानी दिल्ली में बन रहे सेंट्रल विस्टा में लगभग 10 लाख स्क्वायर फीट लखा ग्रेनाइट लगाया जाएगा. इसमें से 10 लाख स्क्वॉयर फीट जैसलमेर का लखा ग्रेनाइट इस्तेमाल होगा. जैसलमेर जिले से ग्रेनाइट पत्थर की सप्लाई की जा रही है. अभी तक लगभग 60 हजार क्यूबिक मीटर ग्रेनाइट सप्लाई किया जा चुका है. सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट में ग्रेनाइट का उपयोग पैदल मार्ग, फर्श और कॉलम के निर्माण में किया जाएगा. साथ ही कृत्रिम तालाबों पर बनने वाले पुल में भी ग्रेनाइट लगाया जाएगा.

खान व्यापारियों का कहना है कि सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट में जब से ग्रेनाइट काम में लेने का निर्णय लिया गया है, उसके बाद से ग्रेनाइट की मांग बढ़ी है.
बता दें कि जैसलमेर से 120 किलोमीटर दूर लखा गांव में देश का एकमात्र जगह लाल ग्रेनाइट पत्थर निकलता है. दावा किया जाता कि यह देश का सबसे महंगा ग्रेनाइट है. दिल्ली के नेशनल वार मेमोरियल में भी यह लखा ग्रेनाइट पत्थर लगा है. लखा ग्रेनाइट की पहचान इसका सिंदूरी और खून जैसा लाल रंग होना है जो देखने में काफी आकर्षक लगता है. लखा गांव के नाम से ग्रेनाइट का नाम लखा ग्रेनाइट पड़ा है.
क्या है सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट
सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत संसद का नया भवन, प्रधानमंत्री और उपराष्ट्रपति के आवास के अलावा कई सरकारी बिल्डिंग राजपथ और इंडिया गेट के आस-पास बन रहे हैं. कोरोना महामारी के बुरे दौर में केंद्र सरकार द्वारा सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट निर्माण को लेकर कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल हमलावर बने हुए हैं.
दिल्ली हाईकोर्ट ने अपने फैसले में सेंट्रल विस्टा रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट के निर्माणकार्य को अनुमति दी थी. वहीं, बाद में सुप्रीम कोर्ट ने भी हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती देने वाली अपील को खारिज कर दिया था.
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