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क्षितिज गिरफ्तार, नूपुर शर्मा के समर्थन में प्रदर्शन करना पड़ा भारी
jantaserishta.com
12 Jun 2022 4:51 AM GMT
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न्यूज़ क्रेडिट: आजतक
कानपुर: भारतीय जनता पार्टी (BJP) से बर्खास्त प्रवक्ता नूपुर शर्मा के विवादास्पद बयान के बाद बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा. नूपुर के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों के बाद अब उनके समर्थन में भी आवाज उठने लगी है. शनिवार को ही उत्तर प्रदेश में नूपुर के पक्ष में लोगों ने जूलूस निकालकर प्रदर्शन किया. वहीं, इसी मामले को लेकर सोशल मीडिया पर भी भड़काऊ पोस्ट किए. इसी मामले में यूपी पुलिस ने एक्शन लेते हुए 2 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
भदोही जिले के गोपीगंज थाना इलाके में नूपुर शर्मा के समर्थन में शनिवार देर शाम कुछ लोगों ने जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया. पुलिस ने इस मामले में धारा 144 के उल्लंघन के आरोप में केस दर्ज किया है.
दरअसल, पूरे जिले में धारा 144 पहले से ही लागू है और किसी भी तरह के प्रदर्शन या रैली पर रोक है. इसके बावजूद हिंदू संगठनों के नेताओं ने जुलूस निकाला और कहा कि भाजपा ने संकट के समय अपनी राष्ट्रीय प्रवक्ता का साथ नहीं दिया, लेकिन पूरा हिंदू समाज नूपुर शर्मा के साथ है.
इसको लेकर भदोही के एसपी अनिल कुमार ने बताया कि इस मामले को लेकर गोपीगंज थाने में केस दर्ज कर लिया गया है और अब तक 25 लोगों की पहचान कर ली गई है. कुमार ने कहा कि जिले में धारा 144 लागू है और किसी भी तरह के जुलूस और प्रदर्शन पर रोक है और इस जुलूस की भी कोई अनुमति नहीं दी गई थी.
उधर, गाजियाबाद में भी नूपुर शर्मा की विवादास्पद टिप्पणी को लेकर फेसबुक पर कथित रूप से समर्थन करने वाले एक हिंदू संगठन के एक पदाधिकारी को शनिवार को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने बताया कि कांग्रेस के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के राज्य महासचिव अकबर चौधरी की ओर से ट्विटर के जरिए इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई गई थी. हिंदू रक्षा दल के संयोजक ईशु शिखरवार ने नुपुर शर्मा का समर्थन करते हुए कथित तौर पर दूसरे धर्म के खिलाफ फेसबुक पर अपमानजनक टिप्पणी की थी.
वहीं, कानपुर में भी पुलिस ने एक छात्र को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि कानून की पढ़ाई कर रहे इस छात्र ने वॉट्सएप मैसेज के जरिए कानपुर में लोगों से अपनी-अपनी दुकानें बंद करने के लिए कहा था. आरोपी की पहचान काकादेव के शास्त्री नगर निवासी क्षितिज द्विवेदी के तौर पर हुई है.
जॉइंट पुलिस कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर) आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि आरोपी ने एक वॉट्सऐप ग्रुप बनाया था. लोगों को भड़काने और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के इरादे से लोगों से 10 जून को बंद रखने की अपील करते हुए मैसेज शेयर किया था. एक सब-इंस्पेक्टर की शिकायत पर इस मामले में आईपीसी और आईटी एक्ट की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.
बता दें कि पैगंबर मोहम्मद पर बीजेपी के बर्खास्त पदाधिकारियों नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल की विवादास्पद टिप्पणियों के बाद उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में शुक्रवार को हिंसा भड़क गई थी. इस दौरान भीड़ ने पुलिसकर्मियों पर पथराव किया और जमकर उपद्रव किया था.
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