भारत
गौशाला में बनाया गया कोविड सेंटर, मरीजों को दी जा रहीं हैं गौमूत्र, दूध और घी से बनी दवाएं
Apurva Srivastav
10 May 2021 3:35 PM GMT
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देश में कोरोना वायरस (coronavirus cases india) का कहर अपने चरम पर है
देश में कोरोना वायरस (coronavirus cases india) का कहर अपने चरम पर है. संक्रमण की बेकाबू रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है. सरकार लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए कोरोना वैक्सीनेशन (Corona Vaccination) में भी तेजी ला रही है. कोरोना संकट (Corona Crisis) के बीच गुजरात (Gujarat) से एक हैरान और आश्चर्य में डालने वाली खबर सामने आई है. राज्य के बनासकांठा जिले में एक गौशाला में कोविड सेटर तैयार किया गया है. इस कोविड सेंटर में कई मरीजों का इलाज भी चल रहा है.
जानकारी के अनुसार यह कोविड सेंटर बनासकांठा जिले के टेटोडा गांव में बनाया गया है. यहां कोरोना से संक्रमित मरीजों का नि:शुल्क इलाज किया जा रहा है. खास बात यह है कि यहां ऑयुर्वेद पद्धति के अनुसार कोरोना मरीजों का इलाज किया जा रहा है और इसको नाम भी ऑयुर्वेद के अनुसार दिया गया है. इस कोविड सेंटर का नाम वेदालक्षन पंचगव्य आयुर्वेद कोविड अलगाव केंद्र रखा गाय है.
एमबीबीएस डॉक्टर्स भी मौजूद
इस केंद्र में कोरोना संक्रमित मरीजों की देखभाल के लिए दो आयुर्वेद और दो एमबीबीएस डॉक्टर मौजूद हैं. केंद्र के एक अधिकारी ने बताया कि यहां आने वालें मरीजों को आयुर्वेद पद्धति से इलाज किया जाता है जिसमें मरीजों को दूध, घी, और गौमूत्र से बनी दवाइयां दी जाती है. उन्होंने कहा कि अगर जरूरी समझा जाता है मरीजों को एमबीबीएस डॉक्टर भी देखते हैं और जरूरत पड़ने पर अंग्रेजी दवाइयां भी पीड़ितों को दी जाती हैं.
राज्य में बने 1 लाख से ज्यादा कोविड सेंटर
गौरतलब है कि राज्य सरकार ने मई महीने में कुछ गैर सरकारी संगठनों को कोरोना के हालात से निपटने के लिए क्वारंटाइन सेंटर और कोविड केंद्र खोलने की इजाजत दी थी. इससे पहले गुजरात में अब तक 10, 320 कोविड केंद्र खुल चुके हैं जिनमें एक लाख से ज्यादा बेड्स की व्यवस्था की गई है.
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