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कोडानाड डकैती, हत्या मामला: सेशन कोर्ट में दायर किया गया सूचना ज्ञापन

jantaserishta.com
29 Oct 2022 2:49 AM GMT
कोडानाड डकैती, हत्या मामला: सेशन कोर्ट में दायर किया गया सूचना ज्ञापन
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चेन्नई (आईएएनएस)| कोडनाड डकैती-सह-हत्या मामले में तमिलनाडु सरकार के विशेष लोक अभियोजक ने शुक्रवार को उधगमंडलम जिला सत्र न्यायाधीश पी. मुरुगन के समक्ष एक सूचना ज्ञापन दायर किया, यह सूचित करते हुए कि मामले को सीबी-सीआईडी (अपराध शाखा-अपराध जांच विभाग) ने अपने हाथ में ले लिया है। गौरतलब है कि मामला सीबी-सीआईडी को सौंपे जाने के बाद एलीट विंग के डीजीपी मोहम्मद शकील अख्तर ने 26 अक्टूबर को कोडानाड एस्टेट में जांच की और एस्टेट मैनेजमेंट से पूछताछ की। मामले में 10 आरोपियों का प्रतिनिधित्व कर रहे अधिवक्ता के विजयन ने कहा कि बचाव पक्ष ने न्यायाधीश से अभियोजन द्वारा दायर सूचना ज्ञापन की एक प्रति प्रदान करने के आदेश पारित करने की अपील की। वकील ने यह भी कहा कि दो आरोपी सयान और वालयार मनोज सुनवाई के लिए अदालत में मौजूद थे।
उल्लेखनीय है कि एक सशस्त्र गिरोह ने अप्रैल 2017 में तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय जे जयललिता और उनकी सहयोगी वीके शशिकला के संयुक्त स्वामित्व वाले कोडानाड एस्टेट में सेंध लगाई थी। जयललिता के पूर्व चालक कनगराज के नेतृत्व वाले गिरोह ने आधी रात को एस्टेट में घुसकर सुरक्षा गार्ड ओम बहादुर की हत्या कर दी थी। एक अन्य गार्ड कृष्णा थापा गंभीर रूप से घायल हो गया था और पुलिस के अनुसार गिरोह कुछ महंगी घड़ियों के साथ फरार हो गया था।
घटना के पांच दिन बाद सलेम-चेन्नई राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक सड़क हादसे में कनगराज की मौत हो गई। उसी दिन, एक अन्य ट्रक ने कार को टक्कर मार दी, जिसमें एक अन्य आरोपी सायन और उसके परिवार के सदस्य केरल के पलक्कड़ में यात्रा कर रहे थे। सायन की पत्नी और बेटी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि सायन बाल-बाल बच गया।
कोडनाड एस्टेट के एक कंप्यूटर ऑपरेटर दिनेश कुमार ने कुछ महीने बाद अपने आवास पर आत्महत्या कर ली। द्रमुक ने वादा किया था कि अगर वह सत्ता में आती है तो वह कोडनाड डकैती-सह-हत्या मामले की नए सिरे से जांच शुरू करेगी।
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