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जानिए की एपीजे अब्दुल कलाम को क्यों कहा जाता था जनता का राष्ट्रपति?

Teja
15 Oct 2022 12:44 PM GMT
जानिए की एपीजे अब्दुल कलाम को क्यों कहा जाता था जनता का राष्ट्रपति?
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आज 15 अक्तूबर को भारत के 11वें राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती है. अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्तूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम शहर में हुआ था.अपनी सरकार के गिरने से पहले बीजेपी के तानों से तंग आ कर कि वो एक 'कमज़ोर' प्रधानमंत्री है, इंदर कुमार गुजराल ने तय किया कि वो भारतवासियों और दुनिया वालों को बताएंगे कि वो भारतीय सुरक्षा को कितनी ज़्यादा तरजीह देते हैं.
उन्होंने 'मिसाइल मैन' के नाम से मशहूर एपीजे अब्दुल कलाम को भारत रत्न से सम्मानित करने का फ़ैसला लिया. इससे पहले 1952 में सी वी रमण के छोड़कर किसी वैज्ञानिक को इस पुरस्कार के लायक नहीं समझा गया था.
1 मार्च , 1998 को राष्ट्पति भवन में भारत रत्न के पुरस्कार वितरण समारोह में कलाम नर्वस थे और अपनी नीली धारी की टाई को बार बार छू कर देख रहे थे.एपीजे अब्दुल कलाम को क्यों कहा जाता था जनता का राष्ट्रपति? जानिए इस रिपोर्ट में...

कलाम को इस तरह के औपचारिक मौकों से चिढ़ थी जहाँ उन्हें उस तरह के कपड़े पहनने पड़ते थे जिसमें वो अपनेआप को कभी सहज नहीं पाते थे. सूट पहनना उन्हें कभी रास नहीं आया. यहाँ तक कि वो चमड़े के जूतों की जगह हमेशा स्पोर्ट्स शू पहनना ही पसंद करते थे.
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