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जानिए ओमीक्रॉन वैरिएंट के आने से किन राज्यों में क्या की जा रही तैयारी

Gulabi
27 Nov 2021 1:21 PM GMT
जानिए ओमीक्रॉन वैरिएंट के आने से किन राज्यों में क्या की जा रही तैयारी
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कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ‘ओमीक्रॉन’ वैरिएंट के सामने आने के बाद दुनियाभर में दहशत की स्थिति है
कोरोना वायरस के नए वैरिएंट 'ओमीक्रॉन' वैरिएंट के सामने आने के बाद दुनियाभर में दहशत की स्थिति है तो अपने देश के अंदर कई राज्य भी अलर्ट मोड में हैं. राज्य दक्षिण अफ्रीका में पाए गए वायरस के नए वैरिएंट के खिलाफ एहतियाती उपायों को लागू करने की दिशा में आगे बढ़े हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शनिवार को देश में कोविड-19 की स्थिति, खासकर रूप से 'ओमीक्रॉन' और टीकाकरण अभियान पर चर्चा करने के लिए करीब दो घंटे की बैठक की. पीएमओ (PMO) की ओर से जारी की गई जानकारी के मुताबिक 2 घंटे तक चली बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी ने सार्वजनिक स्वास्थ्य तैयारियों और टीकाकरण से संबंधित स्थिति की समीक्षा की. अधिकारियों ने विभिन्न देशों में देखे गए इसकी विशेषताओं और प्रभाव के साथ-साथ 'वेरिएंट ऑफ कंसर्न' ओमीक्रॉन' के बारे में भी प्रधानमंत्री को जानकारी दी.
साथ में देश में इसकी वजह से पड़ने वाले प्रभावों पर भी चर्चा की गई. पीएम मोदी ने नए वैरिएंट को ध्यान में रखते हुए एक्टिव रहने की जरूरत पर जोर दिया.
बैठक में PM मोदी ने क्या कहा
पीएमओ की ओर से कहा गया कि पीएम ने कहा, 'नए खतरे को देखते हुए लोगों को और अधिक सतर्क रहने और मास्किंग तथा सामाजिक दूरी जैसी उचित सावधानी बरतने की आवश्यकता है.' पीएम ने सभी अंतरराष्ट्रीय आगमन की निगरानी की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला. प्रधानमंत्री मोदी ने अंतरराष्ट्रीय यात्रा से सभी लौटने वालों की निगरानी करने की जरुरत पर प्रकाश डाला. उन्होंने दिशा-निर्देशों के मुताबिक सभी की टेस्टिंग, 'जोखिम में' पहचाने गए देशों पर विशेष ध्यान देने की बात कही.
इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने पहले ही राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखकर उन्हें नई स्थिति के बारे में चेतावनी दी और कहा कि सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों और उनके संपर्कों से प्रभावित देशों के माध्यम से उनके संपर्कों में आए लोगों का कड़ाई से परीक्षण किया जाना चाहिए.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भी देशों से जोखिम-आधारित और वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाने के लिए कहा है, जबकि कई देशों ने पहले ही कुछ दक्षिणी अफ्रीकी देशों से उड़ानों पर रोक लगा दी है.
यात्रा प्रतिबंध की मांग से लेकर बीमारी की टेस्टिंग की जांच के उपायों के बीच एक नजर डालते हैं कि अपने यहां कुछ राज्यों ने नई संकटपूर्ण स्थिति पर कैसे प्रतिक्रिया दी है.
दिल्ली
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को प्रधानमंत्री की बैठक से पहले, पीएम मोदी से उन देशों से उड़ानें रोकने का अनुरोध किया, जिन्होंने 'ओमीक्रॉन' वैरिएंट के मामलों की सूचना दी थी. उन्होंने कहा कि बड़ी मुश्किल से हमारा देश कोरोना से उबर पाया है. हमें इस नए वैरिएंट को भारत में आने करने से रोकने के लिए हर संभव प्रयास करना होगा.
समाचार रिपोर्टों के अनुसार, दिल्ली सरकार की भी नई स्थिति को देखते हुए कार्रवाई पर चर्चा करने के लिए सोमवार को बैठक होनी है और सीएम केजरीवाल ने विशेषज्ञों से दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) को अपनी राय साझा करने का भी आह्वान किया है.
महाराष्ट्र
मुंबई की मेयर किशोरी पेडणेकर ने कहा कि मुंबई आने वाले हर यात्री को यहां आने पर क्वारंटीन किया जाएगा और उनके सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे जाएंगे.
राज्य सरकार ने यह भी कहा कि घरेलू यात्रियों के लिए या तो पूरी तरह से टीकाकरण होना अनिवार्य है या पिछले 72 घंटे का आरटी-पीसीआर निगेटिव सर्टिफिकेट लाना होगा. राज्य में आने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को केंद्र सरकार के निर्देशों के अनुसार देखा जाएगा.
कर्नाटक
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने कहा कि वे नए वैरिएंट के संबंध में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संपर्क में हैं. उन्होंने यह भी कहा कि 'ओमीक्रॉन' अधिक संक्रामक है और प्रभावित देशों से आने वाले लोगों का बेंगलुरु पहुंचने पर आरटी-पीसीआर टेस्ट किया जाएगा.
यदि वे पॉजिटिव पाए जाते हैं, तो उन्हें एयरपोर्ट के भीतर और आसपास रहने के लिए कहा जाएगा, उन्होंने यह भी कहा कि उन देशों के लोगों के लिए घरेलू क्वारंटीन को भी अनिवार्य किया जा रहा है.
उत्तराखंड
राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड सरकार ने बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए टेस्टिंग और रोकथाम के उपायों को तेज करने पर जोर दिया है. राज्य ने स्थानीय प्रशासन को सार्वजनिक स्थानों पर कोविड के उचित व्यवहार को सुनिश्चित करने तथा अस्पतालों में व्यवस्था बनाए रखने का निर्देश दिया है.
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