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भारत की पांच अमीर मुस्लिम महिलाओं को जाने जिनका लोहा पूरी दुनिया मानती
Shantanu Roy
2 Jan 2023 4:27 PM GMT
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नई दिल्ली। हिंदुस्तान के गौरवशाली इतिहास में मुस्लिम उद्यमी महिलाओं ने अपने काम, ईमानदारी और लगन से यह साबित कर दिया है कि मुस्लिम महिला किसी भी स्तर पर कंपटीशन करने से पीछे नहीं हटती। और मुस्लिम महिलाओं को किसी भी क्षेत्र में कम नहीं आंका जा सकता। वर्तमान में ऐसी 5 मुस्लिम महिलाओं की बात कर रहे हैं वह भारत के इतिहास में अभी के सबसे बड़े उद्योगपतियों की सूची में शुमार है, भारत में सबसे ज्यादा चर्चित मुस्लिम महिलाओं में उनकी गिनती होती है और हजारों करोड़ों का उद्योग और व्यापार अपने अधीन करने में सक्षम और माहिर है। भारत सरकार भी उनको समय-समय पर पुरस्कार देकर प्रोत्साहित करते आ रहा है। भारत में और मध्य एशिया में मुस्लिम महिलाओं का राज चलता है लगभग इनकी मोनोपोली चलती है यह कहा जाए तो कम नहीं। आइए हम इन पांचों महिलाओं से रूबरू आपको कराते हैं, पांचो मुस्लिम महिलाओं के विवरण हम आपको लगातार इस वीडियो में बताएंगे आप गौर से इस वीडियो को देखेंगे तो जरूर आप गौरव महसूस करेंगे कि हिंदुस्तान में 5 मुस्लिम महिलाओं ने भारत का नाम कैसे पूरे विश्व में मशहूर कर किया है।
भारत की सबसे कामियाब 5 मुस्लिम महिलाओं के नाम कुछ इस तरह है-
1. फराह मालिक- ये मुस्लिम महिला पहली सिया इस्माइली खोजा परिवार और बंबई के मशहूर तेजानी परिवार से संबंध रखती है। ये मुस्मिल महिला मेट्रो शूज कंपनी की मालकिन है।
मलिक तेजानी स्वतंत्रता-पूर्व युग के दौरान एक जूता विक्रेता थे और मुंबई के कोलाबा में एक स्टोर पर काम करते थे। जब भारत आजाद हुआ तो विभाजन के संकट के कारण दुकान के मालिक को भारत छोड़ना पड़ा। उस वक्त मलिक के पास स्टोर संभालने का विकल्प था। एक बेहद भावुक सेल्समैन, उसने एक शुभचिंतक से कर्ज लिया और स्टोर खरीदा। उन्होंने स्टोर का नाम मेट्रो शूज रखा, जो मुंबई के लोकप्रिय मेट्रो सिनेमा से लिया गया है। आज, मेट्रो ब्रांड्स लिमिटेड भारत में सबसे प्रसिद्ध फुटवियर ब्रांडों में से एक है, जो पुरुषों, महिलाओं और बच्चों के लिए विभिन्न श्रेणियों में बिक्री करता है। ब्रांड सालाना 1,411 करोड़ रुपये का कारोबार करता है और भारत के 128 शहरों में 550 से अधिक स्टोर का नेटवर्क है।
2. शमीना वज़ीर अली- ये मुस्लिम महिला फार्मा कंपनी सिप्ला की वाइस प्रेसिंडेंट है।
एक प्रमुख शीर्ष प्रबंधन फेरबदल में, फार्मा प्रमुख सिप्ला ने आज 1 सितंबर, 2016 से समीना वज़ीरल्ली को कार्यकारी उपाध्यक्ष और उमंग वोहरा को प्रबंध निदेशक और वैश्विक सीईओ के रूप में नियुक्त किया। कंपनी के गैर-कार्यकारी उपाध्यक्ष एमके हमीद की बेटी वजीरल्ली 2011 में मुंबई स्थित फर्म में शामिल होने के बाद से कोर लीडरशिप टीम का हिस्सा रही हैं। सिप्ला ने एक बयान में कहा, "समीना वजीरल्ली, कार्यकारी निदेशक और वैश्विक प्रमुख - रणनीति, विलय एवं अधिग्रहण और सिप्ला न्यू वेंचर्स 1 सितंबर, 2016 से सिप्ला की कार्यकारी उपाध्यक्ष होंगी।"
3. बीना शाह- ये मुस्लिम महिला दवाई कंपनी सिग्नेट फार्मा की मालकिन है।
एचबीएस फाउंडेशन हरीश और बीना शाह का पारिवारिक फाउंडेशन है। फाउंडेशन Y2010 में पंजीकृत किया गया था; हालाँकि, परिवार द्वारा धर्मार्थ कार्य 2000 के दशक की शुरुआत से सिग्नेट फाउंडेशन के माध्यम से चल रहा है, जो परिवार के फार्मास्युटिकल कच्चे माल के व्यवसाय, सिग्नेट केमिकल कॉर्पोरेशन प्राइवेट की एक शाखा है। लिमिटेड कंपनी की कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी परिवार नींव के काम के साथ एकीकृत की गई है। फाउंडेशन प्रबंधन: हरीश और बीना शाह अपनी दो बेटियों अमीरा और अनुष्का और दामाद रॉबिन के साथ फाउंडेशन के संचालन और निर्णय लेने में शामिल हैं। सिग्नेट के 13 स्टाफ सदस्य उनका समर्थन करते हैं। साथ में, 18-सदस्यीय टीम करीब 20 गैर-लाभकारी विभागों की देखरेख कर रही है और नए हस्तक्षेपों और संगठनों के बारे में सक्रिय रूप से सीख रही है। वर्तमान फोकस: एचबीएस फाउंडेशन वित्तीय और सलाहकार सहायता की अलग-अलग डिग्री के साथ गैर-लाभ की एक विविध श्रेणी का समर्थन करता है। अन्य कारणों में, फाउंडेशन भारत में सार्वजनिक शिक्षा, कुपोषण, स्वच्छता, यौन तस्करी, बाल विवाह और शासन के मामलों में सुधार का समर्थन करता है। आने वाले वर्ष में, फाउंडेशन एक विविध पोर्टफोलियो को बनाए रखने का इरादा रखता है, क्योंकि यह कई मुद्दों और गैर-मुनाफे के संपर्क में है जो भारत में सामाजिक कार्य की प्रासंगिक समझ प्रदान कर रहा है।
4. अर्शिया अल्ताफ- ये मुस्लिम महिला भारत की 3 प्राइवेट कंपनियों की मालकिन है।
प्रदर्शन-रासायनिक उद्योग में अग्रणी के रूप में, Süd-Chemie India Pvt. लिमिटेड की मालिक अर्शिया अल्ताफ लालजी है। जिन्होंने पेट्रोकेमिकल्स, ऑटोमोटिव, सिंथेसिस गैस और रिफाइनरियों सहित उद्योग क्षेत्रों के ग्राहकों के लिए उत्प्रेरक प्रदान करता है। हमारी ताकत रसायन विज्ञान और इसके अनुप्रयोगों में हमारी विशेषज्ञता और भारत और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में हमारे ग्राहकों की जरूरतों की हमारी गहरी समझ में निहित है। पिछले 50 वर्षों में, हमने अग्रणी उत्पादों के लिए विश्वव्यापी प्रतिष्ठा बनाई है और असाधारण सेवा, नवाचार, पर्यावरणीय स्थिरता और समुदाय के साथ हम जो कुछ भी करते हैं उसके मूल में विकास।
5. अलीशा मोबेन- ये मुस्लिम महिला एस्टर डीएम हेल्थ केयर की डायरेक्टर है।
एस्टर डीएम हेल्थकेयर की डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर अलीशा मोपेन ने वर्क फ्रॉम होम करने वाले लोगों से जुड़ी 5 खतरनाक चीजें आइडेंटिफाई की हैं। उन्होंने इसे "DEMON" यानी भूत या पिशाच नाम दिया है। DEMON के सभी 5 वर्ड अलग-अलग खतरे के बारे में बताते हैं। मोपेन के मुताबिक- जो लोग लॉकडाउन या आइसोलेशन के चलते वर्क फ्रॉम होम हैं या स्टडी फ्रॉम होम हैं, उन्हें समय रहते DEMON से छुटकारा पाने का तरीका ढूंढना होगा, नहीं तो ये 5 समस्याएं जिंदगीभर के लिए मुसीबत बन सकती हैं। हमारी जिंदगी लंबी है, इसलिए जरूरत इस बात की है कि हम अपने घरों में दुबके हुए DEMON यानी पिशाच को पहचानें और उससे दूर रहें।
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Shantanu Roy
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