राजस्थान. कोटा शहर के एक निजी अस्पताल में एक 17 वर्षीय किशोर का अनोखा ऑपरेशन कर चिकित्सकों ने उसको नई आवाज दे दी है। इस किशोर की पहले पतली आवाज होने की वजह से दोस्त उसको चिढ़ाते थे। ऐसे में चिकित्सकों ने इस किशोर का सफल ऑपरेशन किया और परिवारवालों को बड़ी राहत प्रदान की। किशोर हेमंत कापरेन का रहने का रहने वाला है और उसकी आवाज 8 साल की उम्र से ही पतली थी। चिकित्सकों ने ऑपरेशन में गले में तीन से चार सेंटीमीटर का कट लगाकर फ्रीक्वेंसी को बदल दिया है।
किशोर हेमंत के परिजनों ने बताया कि जब भी हेमंत अपने साथियों के साथ खेलने जाता था या फिर किसी कार्यक्रम में वह शामिल होता था तो उसको बोलने के लिए मजबूर किया जाता था और उसकी पतली आवाज सुनकर उसकी हंसी उड़ाई जाती थी। परिजनों का कहना है कि कुछ दिन पहले खांसी जुकाम होने पर उसे कोटा के अस्पताल में उपचार के लिए ले गए थे। जहां पर चिकित्सकों ने उसकी आवाज सुनी और परिजनों से इस बारे में जानकारी ली। ऐसे में चिकित्सकों ने हेमंत का पूरी तरह से परीक्षण करने के बाद आखिरी विकल्प ऑपरेशन ही बताया।
ईएनटी सर्जन डॉ. विनीत जैन का कहना है कि इस बीमारी को प्यूबरफोनिया कहा जाता है। जिसमें लड़के की उम्र तो आमतौर पर बढती है लेकिन आवाज में बदलाव नहीं हो पाता है। डॉ जैन का यह भी कहना है कि इस तरह की बीमारी का इलाज अगर समय रहते हो जाता है तो फिर परेशानी नहीं होती है लेकिन अगर 12 साल से अधिक का समय निकल गया तो सिर्फ ऑपरेशन से ही इसे ठीक किया जा सकता है। किशोर के ऑपरेशन करने में करीब एक घंटा लगा। ऑपरेशन के बाद किशार की आवाज में पहले से काफी फर्क देखने को मिल रहा है।
मुख्यमंत्री की चिरंजीवी योजना का इस गरीब परिवार को पूरा लाभ मिला। किशोर को आवाज लौटाने में चिकित्सकों का भी पूरा योगदान रहा। डॉ विनीत जैन ने बताया कि इस पूरे ऑपरेशन में मरीज का कोई आर्थिक नुकसान नहीं हुआ। उनका ये भी कहना है कि कुछ समय पहले तक इस बीमारी का इलाज नहीं था, लेकिन अब ऑपरेशन के जरिए बीमारी का इलाज है।