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कोरोना को मात दे रहे किडनी के मरीज, डॉक्टर ने किया दावा

Nilmani Pal
26 Jan 2022 4:39 PM GMT
कोरोना को मात दे रहे किडनी के मरीज, डॉक्टर ने किया दावा
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दिल्ली। देश में फिलहाल कोरोना (Coronavirus) की तीसरी लहर चल रही है. दूसरी लहर की तुलना में इस बार हॉस्पिटलाइजेशन (Hospitalization) और मौतों की संख्या काफी कम रही है. सिर्फ पुरानी बीमारियों से जूझ रहे मरीजों को ही अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ी. हालांकि इस बार किडनी के रोगियों को संक्रमण की वजह से किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा. डॉक्टरों का इस लहर में इन मरीजों पर कोरोना बेअसर रहा है. किडनी की बीमारी के जिन मरीजों को कोरोना हुआ था वह कुछ समय बाद ही रिकवर होकर घर लौट गए थे.

दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल (Safdarjung hospital) के नेफ्रोलॉजी विभाग (Nephrology department) के एचओडी डॉक्टर हिमांशु वर्मा ने बताया कि कोरोना की दूसरी वेव (Second wave of corona) में किडनी के जिन मरीजों को कोरोना हुआ था उनकी हालत काफी गंभीर हो गई थी. खासकर जो मरीज डायलिसिसि (Dialysis) पर थे उनको जान का जोखिम तक हो गया था, लेकिन इस लहर में मरीजों पर कोरोना का कोई खास असर नहीं हुआ. पिछली वेव में तो जिन लोगों को कोरोना हुआ था उन्हें बाद में किडनी से संबंधित परेशानियां भी हो गई थी. इस बार ऐसे मामले नहीं आए हैं. किडनी के मरीजों को कोरोना हुआ भी है तो उनकी स्थिति सामान्य रही है. ऐसा नहीं देखा गया है कि संक्रमण की वजह से किसी रोगी की हालत बिगड़ गई. डॉ हिमांशु के मुताबिक, इस बार यह एक बड़ी राहत रही कि रोगियों को कोई परेशानी नहीं हुई. क्योंकि इस लहर में जिस हिसाब से कोरोना के केस बढ़े थे ऐसे में अगर वायरस किडनी पर हमला करता तो हालात बिगड़ सकते थे.

सर गंगाराम अस्पताल (Sir ganga ram hospital) के नेफ्रोलॉजी विभाग के डॉक्टर वैभव तिवारी ने बताया कि अस्पताल में जो किडनी के मरीज थे उन्हें संक्रमण से कोई गंभीर परेशानी नहीं हुई. कुछ समय के इलाज़ के बाद ही मरीज रिकवर होकर घर चले गए थे. पिछले वेव की तुलना में हालात काफी बेहतर रहे. डॉ. वैभव मुताबिक ऐसा इसलिए हो सकता है क्योंकि अधिकतर मरीज ओमिक्रॉन से संक्रमित हुए थे. इस वैरिएंट के हल्के प्रभाव की वजह से रोगियों के इम्यून सिस्टम ज्यादा प्रभावित नहीं हुआ. इस वजह से किडनी के रोगियों को संक्रमण की वजह से कोई अतिरिक्त जोखिम नहीं हुआ.

डॉ. हिमांशु वर्मा बताते हैं कि देश में हर दस में से एक व्यक्ति को किडनी से जुड़ी समस्या है. गलत खानपान और लाइफस्टाइल (Lifestyle) किडनी से जुड़ी बीमारियों का मुख्य कारण हैं. यह बीमारी इसलिए भी काफी बढ़ रही है क्योंकि लोगों में इसके प्रति जागरूकता की कमी है. कई बार किडनी की समस्या के लक्षण होने के बावजूद भी मरीज इलाज़ कराने में काफी देरी कर देते हैं. इससे यह समस्या काफी गंभीर बन जाती है.

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