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इलाका फायरिंग-बमबारी से दहला, आधा दर्जन लोग घायल, कोयला तस्करी पर वर्चस्व के लिए हिंसक टकराव

jantaserishta.com
7 Nov 2022 11:40 AM GMT
इलाका फायरिंग-बमबारी से दहला, आधा दर्जन लोग घायल, कोयला तस्करी पर वर्चस्व के लिए हिंसक टकराव
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उपद्रव के दौरान दो दुकानें और छह बाइक फूंक दी गई।
धनबाद (आईएएनएस)| धनबाद जिले के फुलारीटांड मधुबन थाना क्षेत्र का खरखरी सिनीडीह और नारायण धोड़ा इलाका सोमवार को गोलीबारी, बमबाजी और आगजनी से दहल उठा। यहां कोयले के अवैध खनन और तस्करी में वर्चस्व को लेकर दो गुटों के खूनी टकराव में लगभग एक दर्जन लोग जख्मी हो गए हैं, जिनका इलाज स्थानीय अस्पतालों में चल रहा है। उपद्रव के दौरान दो दुकानें और छह बाइक फूंक दी गई। टकराव की इस वारदात को सांप्रदायिक रंग देने की भी कोशिश हुई। धनबाद के तीन-चार थाना क्षेत्रों की पुलिस मौके पर कैंप कर रही है।
बताते हैं कि मधुबन थाना क्षेत्र के नारायणधोड़ा इलाके में एक गिरोह द्वारा कोयले के अवैध खनन और कारोबार का स्थानीय लोग कुछ दिनों से विरोध कर रहे थे। सोमवार को गिरोह के लगभग 50 लोग बस्ती में घुसे और फायरिंग-बमबाजी शुरू कर दी। कई घरों को लक्ष्य करके भी बम फेंके गए। दूसरी तरफ से भी जवाबी फायरिंग हुई। इसी दौरान दो दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया। एक दुकान के मालिक का कहना है कि उससे 50 हजार रुपये भी लूट लिए गए। बस्ती में खड़ी छह बाइक को भी उपद्रवियों ने आग के हवाले कर दिया। राह से गुजर रहे लोगों की भी पिटाई की गई।
लगभग आधे घंटे तक यह तांडव चलता रहा, लेकिन स्थानीय पुलिस मूकदर्शक बनी रही। बाद में मधुबन थाना, कतरास थाना, बरोरा थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और मोर्चा संभाला। एसडीपीओ निशा मुर्मू ने कहा है कि दो गुटों के बीच संघर्ष हुआ है। उपद्रवियों की पहचान की जा रही है। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। घायल हुए आधा दर्जन लोगों को इलाज के लिए स्थानीय नसिर्ंग होम में दाखिल कराया गया है। इधर इस वारदात के विरोध में स्थानीय लोगों ने खरखरी गांव के पास फोर लेन सड़क को कुछ देर तक जाम किए रखा। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस ही पैसे लेकर इलाके में कोयले का अवैध खनन और कारोबार करवा रही है। इसी वजह से तस्करों का मन बढ़ा हुआ है।
इसके पहले बीते अप्रैल महीने में भी खरखरी ओपी अंतर्गत बंद पड़ी मधुबन कोलियरी में पंडुआभीठा बस्ती के समीप पोखरिया के पास अवैध कोयला उत्खनन को दो गुटों में जमकर संघर्ष हुआ था। ग्रामीणों की ओर से अवैध उत्खनन का विरोध किए जाने पर कोल तस्करों के गुर्गों ने अंधाधुंध फायरिंग व बमों का धमाका कर इलाके में दहशत फैला दी थी।
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