खालिस्तानी कट्टरपंथ पर लगाम लगाने के लिए भारत की अपील पर ब्रिटेन ने बड़ा कदम उठाया है। बता दें कि ब्रिटेन ने खालिस्तान समर्थक कट्टरपंथियों से निपटने के लिए ब्रिटेन की सरकार ने नए फंड का एलान किया है। गौरतलब है कि भारत और ब्रिटेन पहले ही कट्टरपंथ से लड़ने के लिए संयुक्त टास्क फोर्स के गठन की दिशा में काम कर रहे हैं। भारत में ब्रिटेन के उच्चायुक्त ने यह जानकारी दी।
खालिस्तानी कट्टरपंथ से निपटने के लिए फंड का एलान
भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त ने बताया कि 'भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और ब्रिटेन के रक्षा मंत्री टुगेनहाट के बीच हुई मुलाकात में टुगेनहाट ने नई फंडिंग का एलान किया है, जिससे खालिस्तान समर्थक कट्टरपंथ से निपटने में ब्रिटेन की क्षमताओं में बढ़ोतरी होगी। 95 हजार पाउंड (करीब एक करोड़ रुपए) के निवेश से ब्रिटेन सरकार की खालिस्तान समर्थक उग्रवाद को समझने में मदद मिलेगी। ब्रिटिश उच्चायुक्त ने कहा कि भारत और ब्रिटेन के बीच संयुक्त कट्टरपंथ टास्क फोर्स के गठन की प्रक्रिया पहले से ही चल रही है।'
भारत ने जताई कट्टरपंथ पर चिंता
ब्रिटेन के रक्षा मंत्री टुगेनहाट तीन दिवसीय दौरे पर गुरुवार को भारत दौरे पर आए हैं। भारत द्वारा लगातार ब्रिटेन के सामने खालिस्तान कट्टरपंथ का मामला उठाया जा रहा था। दरअसल ब्रिटेन में हाल के सालों में खालिस्तानी कट्टरपंथ तेजी से उभरा है। भारत की चिंता है कि ब्रिटेन में खालिस्तान उग्रवादियों की गतिविधियां बढ़ती जा रही हैं। भारत की चिंताओं के बीच ही ब्रिटेन की सरकार ने फंडिंग का एलान किया है। टुगेनहाट ने कहा कि 'दुनिया का सबसे पुराना और सबसे बड़ा लोकतंत्र होने के नाते, हमारे बहुत से साझा अवसर हैं, जिनसे दुनिया को ज्यादा सुरक्षित और समृद्ध स्थान बनाया जा सकता है।'