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मुश्किल में अजमेर दरगाह के खादिम, केस दर्ज

jantaserishta.com
5 July 2022 6:28 AM GMT
मुश्किल में अजमेर दरगाह के खादिम, केस दर्ज
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न्यूज़ क्रेडिट: आजतक

अजमेर: टेलर कन्हैया लाल और उमेश कोल्हे की हत्या का मामला अभी ठंडा नहीं पड़ा कि सुफीज्म का शहर कहे जाने वाले अजमेर से अब एक और विवादित वीडियो वायरल हो रहा है. यह वीडियो दरगाह के खादिम सलमान चिश्ती का है. इस विडियो में खादिम सलमान चिश्ती भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के लिए जहर उगलते हुए दिख रहे हैं.

सलमान चिश्ती दरगाह पुलिस थाने का एक हिस्ट्रीशीटर भी है, जो नूपुर शर्मा का सिर कलम करने वालों को अपना मकान देने की बात कहता नजर आता है. दरअसल, उदयपुर में कन्हेयालाल हत्याकांड के बाद मजहब की आड़ में देश का माहौल बिगड़ाने की कोशिश जारी है. ताजा मामला अजमेर का है. खादिम सलमान चिश्ती का वीडियो वायरल हो रहा है.
यह वीडियो वैसा ही है, जैसा वीडियो उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल के हत्यारे रियाज मोहम्मद और गौस मोहम्मद ने कन्हैयालाल की हत्या से पहले तैयार किया था. करीब दो मिनट पचास सेकंड के इस विडियो में अपनी धार्मिक भावनाओं का हवाला देते हुए सलमान चिश्ती खुलेआम नूपुर शर्मा को कत्ल किये जाने की धमकी दे रहा है.
वीडियो में सलमान चिश्ती कह रहा, 'वक्त पहले जैसा नहीं रहा, वरना वह बोलता नहीं, कसम है मुझे पैदा करने वाली मेरी मां की, मैं उसे सरेआम गोली मार देता, मुझे मेरे बच्चों की कसम, मैं उसे गोली मार देता और आज भी सीना ठोक कर कहता हूं, जो भी नुपुर शर्मा की गर्दन लाएगा, मैं उसे अपना घर दे दूंगा और रास्ते पर निकल जाऊंगा, ये वादा करता है सलमान.'
खादिम सलमान चिश्ती का वीडियो वायरल होने के बाद अजमेर शहर के अलवर गेट थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है. अजमेर के एएसपी विकास सांगवान ने कहा कि इस वीडियो को लेकर पुलिस प्रशासन का रवैया बेहद सख्त है, वीडियो में सलमान चिश्ती नशे की हालत में नजर आ रहा है, उसकी तलाश की जा रही है.
इससे पहले नुपूर शर्मा के बयान का समर्थन करने का पोस्ट करने वाले एक लड़के के टेलर पिता की निर्मम हत्या कर दी गई थी. टेलर कन्हैया लाल की हत्या करने वाले आरोपियों रियाज और गौस मोहम्मद ने भी वीडियो बनाकर धमकी दी थी और हत्या के बाद भी वीडियो बनाया था. इस निर्मम हत्या के बाद पूरे देश में गुस्से का माहौल था.
टेलर कन्हैया लाल की हत्या के बाद अजमेर दरगाह दीवान जैनुल आबेदीन अली खान ने कहा था कि भारत के मुस्लिम देश में कभी भी तालिबानी मानसिकता को कबूल नहीं करेंगे, कोई भी धर्म मानवता के खिलाफ हिंसा को बढ़ावा नहीं देता है, विशेष रूप से इस्लाम में सभी शिक्षाएं शांति के स्त्रोत के रूप में कार्य करती हैं.
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