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Kerala: एन परमेश्वरन नंबूदरी बने सबरीमाला मंदिर के मुख्य पुरोहित, जाने कब से दर्शन कर सकेंगे लोग?

Shiddhant Shriwas
17 Oct 2021 12:28 PM GMT
Kerala: एन परमेश्वरन नंबूदरी बने सबरीमाला मंदिर के मुख्य पुरोहित, जाने कब से दर्शन कर सकेंगे लोग?
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एन परमेश्वरन नंबूदरी को केरल के सबरीमाला मंदिर का नया मेलसांथी यानी मुख्य पुरोहित चुना गया है. वह मवेलिक्कारा के रहने वाले हैं

एन परमेश्वरन नंबूदरी को केरल के सबरीमाला मंदिर का नया मेलसांथी यानी मुख्य पुरोहित चुना गया है. वह मवेलिक्कारा के रहने वाले हैं. उनका कार्यकाल एक साल तक का होगा, जिसकी शुरुआत 16 नवंबर से हो रही है. इसी दिन से वार्षिक मंडाला पूजा का सीजन प्रारंभ होगा. सबरीमाला स्थित भगवान अयप्पा मंदिर के मुख्य पुरोहित का चयन ड्रॉ के माध्यम से होता है (Sabarimala Temple News). त्राणवकोर देवस्वओम बोर्ड (टीडीबी) ने बताया कि मुख्य पुरोहित का चयन रविवार सुबह मंदिर सोपानम में ड्रॉ के माध्यम से किया गया है.

वहीं कुरूवक्काड इल्लम के रहने वाले शंभू नंबूदरी का समीप के मलिकाप्पुरम देवी मंदिर के मुख्य पुरोहित के रूप में चयन किया गया है. उनका चयन टीडीबी द्वारा साक्षात्कार के आधार पर चुने गए पुरोहितों के पैनल से किया गया. बोर्ड ही पहाड़ी पर स्थित मंदिर का प्रबंधन संभालता है (Parameswaran Namboothiri Sabarimala). इस बीच भारी बारिश के चलते जिलाधिकारी दिव्या एस अय्यर ने रविवार और सोमवार को तीर्थाटन पर रोक लगाने की घोषणा की है.
कब से दर्शन कर सकेंगे लोग?
केरल में इस वक्त भारी बारिश के कारण हालात बेहद खराब हैं. सड़कों पर वाहन डूब रहे हैं और कई जगह पेड़ तक गिर गए हैं. ऐसे में पहाड़ी इलाकों पर भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है. ताजा हालात को देखते हुए सबरीमाला मंदिर में 19 अक्टूबर के बाद ही दर्शन किए जा सकते हैं (Kerala Heavy Rains). पहाड़ी इलाकों पर वाहनों की आवाजाही भी रोक दी गई है. ताकि किसी अप्रिय घटना से बचा जा सके. सरकार ने भारी बारिश को लेकर एक बैठक भी की, जिसमें ये फैसले लिए गए हैं.
शिक्षण संस्थान भी रहेंगे बंद
बैठक में फैसला लिया गया है कि राज्य में उच्च शिक्षण संस्थान दोबारा खोले जाने की अवधि बढ़ा दी जाए. जो शिक्षण संस्थान 18 अक्टूबर से खोले जाने थे, अब उन्हें 20 अक्टूबर से खोलने का फैसला लिया गया है (Educational Institutions Reopening). ये फैसला शनिवार को मुख्यमंत्री पिनरई विजयन द्वारा बुलाई गई एक उच्च स्तरीय बैठक में लिया गया है. बैठक में दूसरे उच्च अधिकारी और कैबिनेट के मंत्री भी शामिल थे.
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