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केरल चुनाव: क्या मोदी और राहुल को मिलेगा 'सोने' की तस्करी मामले में फायदा, विजयन को माफ कर सकेंगे मतदाता

Deepa Sahu
6 March 2021 5:46 PM GMT
केरल चुनाव: क्या मोदी और राहुल को मिलेगा सोने की तस्करी मामले में फायदा, विजयन को माफ कर सकेंगे मतदाता
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केरल चुनाव से पहले बहुचर्चित 'सोने' की तस्करी मामले में एक बड़ा खुलासा हो गया है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क: केरल चुनाव से पहले बहुचर्चित 'सोने' की तस्करी मामले में एक बड़ा खुलासा हो गया है। मामले की मुख्य आरोपी स्वपना सुरेश ने कस्टम विभाग की पूछताछ में मुख्यमंत्री पिनारई विजयन और उनकी कैबिनेट के तीन मंत्रियों का नाम ले दिया है। सुरेश ने इन सभी के गोल्ड स्मगलिंग केस में शामिल होने की बात कही है। इसके बाद केरल में राजनीति चरम पर है। विपक्षी दल, कांग्रेस और भाजपा मुख्यमंत्री विजयन पर हमलावर हो गए हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या मोदी और राहुल को 'सोने' के कलंक का फायदा मिल पाएगा।दूसरा, केरल के मतदाता सीएम 'विजयन' को सोने की तस्करी मामले में माफ करेंगे या नहीं। चुनाव के दिन तक इस मामले में जांच एजेंसी के हवाले से और बड़े खुलासे संभव हैं, ऐसे में लेफ्ट गठबंधन की राह आसान नहीं है। केरल के वोटिंग ट्रेंड को करीब से समझने वाले एएन कुंजू बताते हैं कि वहां के लोग भ्रष्टाचार को लेकर सख्त मिजाज रखते हैं।

केरल हाईकोर्ट में कस्टम विभाग की तरफ से दिए गए शपथ पत्र में कहा गया है कि सीएम पिनारई विजयन को अरबी भाषा नहीं आती। इसी वजह से आरोपी स्वप्ना सुरेश और कॉन्स्युलेट जनरल के मध्य बातचीत कराती थी। गोल्ड स्मगलिंग की डील में सीएम और उनके मंत्रियों को करोड़ों रुपए का कमीशन मिलता था। एनआईए, ईडी और कस्टम जैसी एजेंसियां इस मामले की जांच में शामिल रही हैं।एजेंसियों के मुताबिक अभी 167 किलो सोने की तस्करी हुई है। बहरीन, सऊदी अरब और मलेशिया जैसे दूसरे देशों से भी सोना तस्करी करने की योजना बनाई गई थी। इस केस में 21 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इन लोगों ने यूएई कांउसलेंट के आने वाले सामान के जरिए सोना स्मगल किया था। एनआईए ने गत वर्ष 20 आरोपियों के खिलाफ विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत केरल की विशेष कोर्ट के समक्ष आरोपपत्र पेश कर दिया था।
जब पहली बार ये मामला सामने आया था तो मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के खिलाफ केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन उनके इस्तीफे पर अड़ गए थे। उन्होंने इस मामले के तार आतंकवादी संगठनों के वित्तपोषण से जुड़े होने के आरोप लगाए थे। अब सीएम, विधानसभा अध्यक्ष और दूसरे मंत्रियों पर सोने की तस्करी केस में शामिल होने का आरोप लगा है।
ऐसा है केरल के वोटरों को ट्रेंड
एएन कुंजू बताते हैं कि अमूमन केरल के वोटरों का ट्रेंड रहा है कि जो सीएम या पार्टी विकास कराती है, उसे ही दोबारा से मौका दिया जाए। लोग उसे वोट दे देते हैं। अब सीएम पर भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस और भाजपा इसका लाभ लेना चाहेगी। हालांकि इसका ज्यादा असर नहीं होगा, लेकिन कांग्रेस पार्टी कुछ सीटों पर इसका लाभ ले सकती है।
स्वपना ने जो बातें कही हैं, उसके बाद केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथल कहते हैं कि कांग्रेस ने तो बहुत पहले ही सोने की तस्करी और डॉलर की तस्करी के आरोप लगाए थे। उस वक्त केंद्र और राज्य सरकार ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया। अब वे सभी आरोप सही साबित हो रहे हैं। कांग्रेस नेता का आरोप है कि इस मामले में भाजपा और एलडीएफ दोनों शामिल हैं। सीएम और उसके मंत्रियों पर भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगा है, इसलिए केरल के लोग एलडीएफ को इस बार के विधानसभा चुनाव में सबक सिखाएंगे।
राहुल की समंदर में छलांग..
बता दें कि केरल के कोल्लम तट पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने समंदर में मछुआरों के साथ छलांग लगाई थी। वे अपनी पार्टी की जीत को लेकर आश्वस्त हैं। वे वायनाड लोकसभा क्षेत्र से सांसद भी हैं। ये अलग बात है कि मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने लेफ्ट गठबंधन को पंचायत, नगरपालिका और नगर निगमों, इन तीनों चुनावों में बहुमत दिलाया है। इससे कांग्रेस की राह थोड़ी मुश्किल हो सकती है।
अगर वोटरों ने सोने की तस्करी को गंभीर मुद्दा माना तो कांग्रेस पार्टी को बढ़त मिलना तय है। दिसंबर में हुए स्थानीय निकाय चुनावों में एलडीएफ ने 40.2 फीसदी वोट हासिल किए थे। कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन ने 37.9 फीसदी वोट और एनडीए को 15 फीसद वोट मिले थे। साल 2016 के चुनावों में भाजपा के खाते में 140 सीटों में से मात्र एक सीट गई थी।
लुभावनी बयानबाजी भी
राहुल गांधी ने तिरुवनंतपुरम की एक रैली के दौरान केरल की जनता को प्रबुद्ध और राजनीतिक रूप से समझदार कहा था, इसका फायदा कांग्रेस को मिल सकता है। केरल में सबरीमाला का लेकर खूब विवाद हुआ था, इसका लाभ किसे मिलेगा, ये देखने वाली बात है।
इस मसले पर कई बार केरल बंद किया गया। हजारों लोगों के खिलाफ मामले दर्ज हुए थे। भाजपा ने इस मुद्दे को लेकर आंदोलन भी किया था। मेट्रो मैन ई श्रीधरन के भाजपा में शामिल होने को लेकर जानकारों का कहना है कि इसका कोई खास फायदा नहीं होगा।


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