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Kerala: कोरोना पाबंदियों के चलते लोगों ने घरों में किया 'बलि तर्पणम', मंदिरों में नहीं हुए आयोजन
Deepa Sahu
8 Aug 2021 10:27 AM GMT
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केरल में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगाई।
तिरुवनंतपुरमः केरल में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगाई। पाबंदियों के कारण पूर्वजों को श्रद्धांजलि देने के लिए वार्षिक हिंदू अनुष्ठान 'बलि तर्पणम' रविवार को घर पर ही किया गया. अथॉरिटीज ने कोविड-19 संबंधी पाबंदियों के उल्लंघन के खिलाफ चेतावनी जारी की थी जिसके चलते रविवार को केरल में एर्नाकुलम जिले की पेरियार नदी के किनारे अलुवा 'शिवरात्रि मनप्पुरम' और तिरुवल्लम परशुराम मंदिर समेत कई स्थान वीरान रहे जहां आम तौर पर लोग 'बलि तर्पणम' के लिए उमड़ते थे.
Kerala | In view of #COVID19 spread, Karkidaka Vavu Bali rituals will not be allowed in public places
— ANI (@ANI) August 8, 2021
State urged people to perform Karkidaka Vavu Bali, an annual Hindu ritual, where people perform balitarpan to pay obeisance to their ancestors, at their homes. pic.twitter.com/D8jjZvuKMo
बीजेपी ने की थी लॉकडाउन पाबंदियों से छूट देने की मांग
केरल में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने वाम मोर्चा सरकार से श्रद्धालुओं को वार्षिक हिंदू अनुष्ठान में भाग लेने के लिए लॉकडाउन पाबंदियों से छूट देने का आग्रह किया था. भले ही राज्य सरकार ने हाल में लॉकडाउन पाबंदियों में ढील दी थी और दुकानों तथा अन्य प्रतिष्ठानों को हफ्ते में छह दिन खुलने की अनुमति दी लेकिन उसने रविवार को पाबंदियां जारी रखने का फैसला किया था.
कोरोना के कारण पिछले भी मंदिरों में नहीं हुआ था यह अनुष्ठान
राज्य में त्रावणकोर क्षेत्र में प्रमुख मंदिरों का प्रबंधन करने वाले त्रावणकोर देवस्व ओम बोर्ड (टीडीबी) ने कोरोना वायरस फैलने का हवाला देते हुए इस साल मंदिरों में 'बलि तर्पणम' न करने का हाल में फैसला किया था. हिंदू मान्यता के अनुसार, 'कार्तिक वायु' के दिन इस अनुष्ठान को करने से दिवंगत आत्माओं को 'मोक्ष' मिलता है. पिछले साल भी कोविड-19 पाबंदियों के कारण मंदिरों में यह अनुष्ठान नहीं किया जा सका था.
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