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केरल विधानसभा चुनाव: मुख्यमंत्री पी विजयन को चुनौती देंगी मृत नाबालिग लड़कियों की मां

Deepa Sahu
16 March 2021 5:04 PM GMT
केरल विधानसभा चुनाव: मुख्यमंत्री पी विजयन को चुनौती देंगी मृत नाबालिग लड़कियों की मां
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केरल विधानसभा चुनाव

जनता से रिश्ता वेबडेस्क: साल 2017 में दुष्कर्म के बाद अपने घर में बाद मृत पाई गईं दो नाबालिग लड़कियों की मां ने मंगलवार को कहा कि वह धर्मदम में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के विरुद्ध चुनाव लड़ेंगी। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच कर रहे लोगों के खिलाफ सरकार की ओर से कार्रवाई न किए जाने के विरोध में मैंने यह फैसला लिया है।

उन्होंने कहा, 'मैं अपनी बेटियों के लिए न्याय चाहती हूं। मैंने तिरुवनंतपुरम में मुख्यमंत्री से मुलाकात की, मैं रोई और अपनी बच्चियों की मौत के जिम्मेदार लोगों को सजा दिलाने की गुहार लगाई। मैं विजयन के खिलाफ निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लडूंगी। संघ परिवार को छोड़कर हम सभी का समर्थन लेंगे।' धर्मदम से मुख्यमंत्री ने सोमवार को नामांकन भरा था।
उधर, कन्नूर में विधानसभा चुनाव प्रचार कर रहे विजयन ने कहा, 'हम उस मां के साथ खड़े रहे हैं और उसने जो भी मांग की वह पूरी की गई और इसका कोई मलाल नहीं है। हमने उसे किसी भी तरह ठेस नहीं पहुंचाई।' विजयन ने कहा कि यदि वह (महिला) किसी की बातों में आकर कुछ करना चाहती है तो वह इसके लिए स्वतंत्र है। सरकार ने पहले ही मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी है।
लड़कियों की मां ने मामले की जांच करने वाले दो पुलिसकर्मियों के खिलाफ कथित रूप से सरकार द्वारा कार्रवाई न करने पर सिर मुंडवा लिया था। अब वह पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर कासरगोड से तिरुवनंतपुरम की 'नीति यात्रा' कर रही हैं जो चार अप्रैल को खत्म होगी।
धर्मदम से भाजपा ने अपने प्रदेश अध्यक्ष सीके पद्मनाभन को उतारा है और कांग्रेस नीत यूडीएफ गठबंधन की ओर से उम्मीदवार का एलान किया जाना अभी बाकी है। केपीसीसी अध्यक्ष एम रामचंद्रन ने कहा कि महिला ने धर्मदम से चुनाव लड़ने का फैसला कर सही किया है।इस मामले में केरल उच्च न्यायालय की ओर मुकदमा दोबारा जांच शुरू करने का आदेश जारी किए जाने के बाद, एलडीएफ सरकार ने दोनों बहनों की मौत के मामले की जांच सीबीआई को सौंपने का निर्णय जनवरी में लिया था।
राज्य सरकार और लड़कियों की मां की ओर से दायर याचिका को अनुमति देते हुए अदालत ने इस साल छह जनवरी को मुकदमा दोबारा शुरू करने का आदेश दिया था। अदालत ने कहा था कि जांच में गंभीर खामियां है।बता दें कि पलक्कड़ जिले के वलयार में 13 जनवरी 2017 को 13 वर्षीय एक लड़की को अपनी झोपड़ी में फांसी के फंदे पर लटका हुआ पाया गया था। चार मार्च को उसकी नौ वर्षीय बहन की मौत भी इसी तरह हुई थी।


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