देहरादून: केदारनाथ धाम के कपाट आज गुरुवार सवेरे 8.30 बजे परंपरा अनुरूप विधिवत वैदिक मंत्रोच्चार के बीच भारी संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति में बंद कर दिये गये,आज यमुनोत्री धाम के कपाट भी बंद किए जाएंगे, उसके बाद 19 नवंबर को बदरीनाथ धाम का भी कपाट बंद किया जाएगा
भाई दूज के मौके पर शीतकाल के लिए भगवान केदारनाथ धाम के कपाट हुए बंद। लेकिन क्या आप जानते हैं कि केदारनाथ धाम के कपाट भाई दूज के मौके पर ही क्यों बंद होते हैं? नहीं तो चलिए जानते हैं कि इसकी क्या मान्यता है। दरअसल, केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने की मान्यता महाभारत और पांडवों से जुड़ी है।
केदारनाथ धाम के कपाट आज गुरुवार सवेरे 8.30 बजे परंपरा अनुरूप विधिवत वैदिक मंत्रोच्चार के बीच भारी संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति में बंद कर दिये गये,आज यमुनोत्री धाम के कपाट भी बंद किए जाएंगे, उसके बाद 19 नवंबर को बदरीनाथ धाम का भी कपाट बंद किया जाएगा #Kedarnath #Badrinath pic.twitter.com/KT42fg8Dly
— सिरोही की आवाज (@Sirohikiaawaz) October 27, 2022
केदारनाथ कपाट बंद होने के बाद अब छह माह बाबा केदार की पूजा ओंकारेश्वर मंदिर में होगी🙏🙏🌸#Kedarnath pic.twitter.com/MHUmvlQBmP
— Mamta Gusain (@Mamtagusain5) October 27, 2022
#केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो गए हैं, गुरुवार सुबह विधि-विधान के साथ कपाट बंद होने के बाद सेना के बैंड की भक्तिमय धुनों के साथ बाबा की पंचमुखी विग्रह मूर्ति शीतकालीन गद्दी स्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ के लिए प्रस्थान कर चुकी है #Kedarnath #Mahadev #Uttarakhand pic.twitter.com/q9S0NLI0Lg
— Himanshu Purohit (@Himansh256370) October 27, 2022
बाबा भोले नाथ के इस वर्ष के अंतिम दर्शन
— Mukhiya Mohit Gurjar (@MukhiyaMohit) October 26, 2022
जय श्री केदार 🙏🙏#kedarnath #kedarnathtemple #kedarnathdham #kedarnathyatra @FROMKALIYUG pic.twitter.com/pRzSW1D9W0