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बेंगलुरू (आईएएनएस)| कर्नाटक में सत्तारूढ़ भाजपा ने विपक्ष के नेता सिद्दारमैया के खिलाफ चौतरफा हमला बोला है। भाजपा नेता एन.आर. रमेश ने भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के खिलाफ लोकायुक्त में अधिसूचना रद्द करने के बहाने बेंगलुरु में 400 करोड़ रुपये की संपत्ति की लूट का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई है। मामला ऐसे समय में सामने आया, जब 2023 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के सत्ता में आने पर सिद्दारमैया भी खुद को मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश करने का प्रयास कर रहे हैं।
इस बीच, उन्होंने आरएसएस, हिंदुत्व और भाजपा पर भी अपने हमले जारी रखे।
उनके एक सहयोगी द्वारा ब्राह्मणों पर की गई टिप्पणी ने हाल ही में एक विवाद को जन्म दे दिया। सिद्दारमैया ने खुद माफी मांगी और स्पष्ट किया कि वह किसी समुदाय के खिलाफ नहीं हैं।
हालांकि एक अनुभवी नेता होने के नाते, सिद्दारमैया अभी भी चुनाव लड़ने के लिए एक विधानसभा क्षेत्र की तलाश कर रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि विधानसभा चुनाव में पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का डर इसके पीछे का कारण है।
लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा ने सिद्दारमैया का नाम लिए बगैर कहा कि ''कांग्रेस का एक नेता मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रहा है। लेकिन, उनका यह सपना पूरा नहीं होगा।
परिवहन मंत्री श्रीरामुलु ने निंदा की कि सिद्दारमैया के पास चुनाव लड़ने के लिए विधानसभा क्षेत्र का कोई विकल्प नहीं है। वह एक परदेसी (बाहरी) की तरह हैं।
उन्होंने हमला किया कि लोगों ने चामुंडेश्वरी विधानसभा क्षेत्र से 2018 के विधानसभा चुनाव में सिद्दारमैया को हराया था।
श्रीरामुलु ने कहा, वह बदामी निर्वाचन क्षेत्र में केवल 1,600 वोटों से मुझ पर जीत दर्ज करने में कामयाब रहे। उन्होंने कहा, जो व्यक्ति 2018 में मुख्यमंत्री थे, 2023 में चुनाव लड़ने के लिए एक निर्वाचन क्षेत्र की तलाश कर रहे हैं।
इस बीच सिद्दारमैया के खिलाफ अपनी शिकायत में एन.आर. रमेश ने आरोप लगाया कि अधिसूचना रद्द करने के बहाने सिद्दारमैया और उनकी टीम ने 600 करोड़ रुपये की संपत्ति ले ली।
बेंगलुरु में प्रमुख सरकारी संपत्ति को सिद्दारमैया और उनकी टीम ने नौकरशाहों की मिलीभगत से हड़प लिया।
उन्होंने दावा किया, मैंने मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से इस संबंध में भी जांच शुरू करने का अनुरोध किया है।
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