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कानपुर : महिला डॉक्टर ने आठवीं मंजिल से कूदकर दी जान, जानिए क्या है पूरा मामला
Apurva Srivastav
15 May 2021 7:27 AM GMT
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कानपुर के मंधना स्थित रुद्रा अपार्टमेंट की पांचवीं मंजिल से महिला डॉक्टर मंजू वर्मा (30) ने आठवीं मंजिल से कूदकर जान दे दी।
कानपुर के मंधना स्थित रुद्रा अपार्टमेंट की पांचवीं मंजिल से महिला डॉक्टर मंजू वर्मा (30) ने आठवीं मंजिल से कूदकर जान दे दी। मंजू के पिता औद्योगिक न्यायाधिकरण प्रयागराज में सहायक लिपिक पद पर तैनात हैं। घटना अपार्टमेंट के पांचवें टॉवर की बताई जा रही है। डॉ. मंजू यहां पति और दो साल के बेटे के साथ अपने फ्लैट में रहती थी।
औद्योगिक न्यायाधिकरण प्रयागराज के सहायक लिपिक एडीए कालोनी नैनी निवासी अर्जुन प्रसाद की पुत्री डॉक्टर मंजू वर्मा की शादी जनवरी 2019 में रायबरेली के चतुर्भुजपुर गांव निवासी डॉ. सुशील वर्मा से हुई थी। सुशील वर्मा उरई मेडिकल कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर तैनात हैं। डॉक्टर दंपति ने रुद्रा अपार्टमेंट के पांचवे टॉवर की आठवी मंजिल पर 8 नंबर फ्लैट खरीदा था। इसी में दोनों रह रहे थे। इनके दो साल का एक बेटा भी है। डॉ. मंजू वर्मा ने स्वरूप रानी मेडिकल कॉलेज प्रयागराज से एमबीबीएस करने के बाद एमएस की तैयारी कर रही थी। बेटा छोटा होने के कारण प्रैक्टिस नहीं कर रहीं थी।
प्रयागराज से पहुंचे पिता अर्जुन प्रसाद ने बताया कि डॉ. सुशील ने बेटी के नाम से फ्लैट खरीदने के लिए 40 लाख का लोन ले रखा था। डॉ. सुशील वर्मा पत्नी मंजू वर्मा पर लोन अदायगी के लिए दबाव बना रहा था। डॉक्टर मंजू का कहना था कि वह कहां से 40 लाख रुपए अदा करेगी। इसको लेकर दंपति में विवाद होता था। शुक्रवार रात दोनों फ्लैट में ही थे। रात में इसी बत को लेकर दोनों में विवाद हुआ। रात दो बजे किसी के चीखने की आवाज आई तो अपार्टमेंट के गार्ड पहुंचे। फर्श पर डॉ. मंजू वर्मा की लाश पड़ी थी। मंजू के पिता अर्जुन प्रसाद का आऱोप है कि सुशील वर्मा ने आठवीं मंजिल से बेटी को धक्का देकर मार डाला।
डॉक्टर पति पोस्टमार्टम में, बेटा दोस्त के घर
सुबह जब डॉ. मंजू वर्मा के पिता, मां और बहन प्रयागराज से अपार्टमेंट पहुंचे तो शव पोस्टमार्टम जा चुका था। बताया गया कि डॉ. सुशील वर्मा पोस्टमार्टम हाउस गए हुए हैं और दो साल के बेटे को किसी दोस्त के घर छोड़ गए हैं।
डॉ. सुशील के परिजन विवाद से अनजान
उधर, रायबरेली से डॉ. सुशील वर्मा की मां और बहन भी मंधना पहुंच गई थी। दोनों परिवारों का आमना-सामना हुआ तो आरोपों की झड़ी लग गई। मंजू के परिवार के लोग हत्या का आरोप लगा रहे थे तो डॉ. सुशील की मां और बहन हत्या से इनकार कर रहीं थी। उनका कहना था कि उन्हें पता भी नहीं था कि फ्लैट के लिए 40 लाख का लोन लिया गया है। यह भी नहीं पता था कि दोनों के बीच कोई विवाद भी है।
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