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कंझावला केस: अमित खन्ना चला रहा था कार, पूछताछ में खुलासा

jantaserishta.com
5 Jan 2023 11:26 AM GMT
कंझावला केस: अमित खन्ना चला रहा था कार, पूछताछ में खुलासा
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नई दिल्ली (आईएएनएस)| कंझावला केस की जांच कर रही दिल्ली पुलिस अधिकारियों ने गुरुवार को कहा कि 1 जनवरी को जिस कार से 20 वर्षीय अंजलि की मौत हुई, उसे दीपक नहीं बल्कि अमित खन्ना चला रहा था। उसके पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं है। पुलिस ने कहा कि पांचों आरोपियों से पूछताछ के दौरान यह बात सामने आई, उनके अलावा अंजलि की मौत में दो और लोग भी शामिल थे।
पुलिस ने घटना के समय कार में सवार पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। उनकी पहचान दीपक खन्ना, अमित खन्ना, कृष्ण, मिट्ठू और मनोज मित्तल के रूप में हुई है।
एफआईआर के मुताबिक, घटना रविवार रात करीब दो बजे की है। पांच आरोपियों में से दो दीपक खन्ना और अमित खन्ना ने शनिवार (31 दिसंबर) को शाम करीब सात बजे अपने दोस्त आशुतोष से कार ली थी।
एफआईआर के मुताबिक, दीपक ने पुलिस को बताया था कि कार वह चला रहा था। हालांकि आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि अमित ने ही आशुतोष से कार उधार ली थी और वही चला रहा था।
सूत्रों ने कहा कि कार के मालिक आशुतोष और अमित के भाई अंकुश खन्ना की पांचों आरोपियों से बातचीत हुई थी और चूंकि अमित के पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं था, इसलिए दीपक को पुलिस को यह बताने के लिए कहा गया कि वह घटना के समय ड्राइविंग सीट पर था।
विशेष पुलिस आयुक्त (कानून और व्यवस्था) सागर प्रीत हुड्डा ने कहा, अंकुश अमित का भाई है, और घटना के समय अमित कार चला रहा था। अंकुश और आशुतोष दोनों ने सबूतों के साथ छेड़छाड़ की है। अंकुश ने अपने भाई को बचाने के लिए दीपक से पुलिस को यह बताने के लिए कहा था कि वह कार चला रहा था। अमित के पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं था।
पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपी आशुतोष और अंकुश खन्ना फरार हैं और पुलिस की टीमें उनकी तलाश कर रही हैं।
विशेष पुलिस आयुक्त सागर प्रीत हुड्डा ने कहा कि सीसीटीवी और सीडीआर के विश्लेषण के बाद जांचकर्ताओं को पीड़िता की दोस्त निधि और मृतक के बीच कोई संबंध नहीं मिला है।
पुलिस इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाने के लिए कानूनी प्रक्रिया भी तलाश रही है।
पुलिस की 18 टीमें मामले पर काम कर रही हैं। घटना रात 2.04 से 2.06 बजे के बीच हुई।
हुड्डा ने कहा, मामले में चार्जशीट जल्द ही दायर की जाएगी। पीसीआर के देरी के कारणों की आंतरिक जांच भी शुरू की गई है और अगर कोई कमी पाई जाती है, तो जिम्मेदार के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
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