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कन्हैयालाल हत्याकांड, अब हुई ये बड़ी कार्यवाही

jantaserishta.com
2 July 2022 3:54 AM GMT
कन्हैयालाल हत्याकांड, अब हुई ये बड़ी कार्यवाही
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उदयपुर: उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड में राजस्थान सरकार ने एसपी और आईजी को हटाने के बाद चार पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है. डीजीपी एमएल लाठर ने आदेश जारी कर एएसपी सिटी अशोक मीणा, सर्किल ऑफिसर ईस्ट जरनैल सिंह, सर्किल ऑफिसर वेस्ट जितेंद्र आंचलिया,सूरजपोल एसएचओ लीलाधर मालवीय को सस्पेंड कर दिया.

इन अधिकारियों को इसलिए सस्पेंड किया है क्योंकि कन्हैयालाल की ही तरह एक व्यापारी को हत्या की धमकी मिलने के बावजदू पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. दरअसल, व्यापारी को भी नुपुर शर्मा मामले में गिरफ्तार करने के बाद बेल मिली थी और बार-बार उसी तरह धमकियां मिल रही थीं, जैसे कन्हैयालाल को मिली थीं. व्यापारी ने दुकान बंद करके शहर छोड़ दिया था, बताया जा रहा है कि कन्हैया के हत्यारे उसे भी मारने के लिए ढूँढ रहे थे.
जानकारी के मुताबिक, शनिवार को शहर के एएसपी भी हटाए जा सकते हैं. इस मामले में धानमंडी एएसएचओ गोविंद सिंह और एएसआई भंवरलाल को पहले ही सस्पेंड किया जा चुका है.
उधर, कन्हैया लाल की हत्या के बाद नुपूर शर्मा मामले में हत्या की धमकी देने वाले सभी लोगों की धड़पकड़ राजस्थान में शुरू हो गई है. पुलिस की मौजूदगी में बूंदी में धमकी देने वाले दोनों मौलानाओं मुफ्ती नदीम अख़्तर और मोहम्मद आलम राजा गौर को गिरफ्तार करके 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. अजमेर दरगाह के बाहर 17 जून को भड़काऊ नारे लगाने के मामले में 13 दिन बाद 4 लोगों को गुरूवार को गिरफ्तार किया था जिसमें दो लोगों को पूछताछ के लिए पुलिस रिमांड पर लिया है. मुख्य आरोपी अभी भी फरार है.
केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने घटना की जांच के लिए 10 अधिकारियों की टीम बनाई थी. एनआईए ने कहा था कि वारदात को अंजाम देकर आरोपी अपनी कम्युनिटी में हीरो बनना चाह रहे थे. इसमें किसी भी तरह का आतंकी कनेक्शन नहीं है. इसलिए इस तरह से घटना को अंजाम दिया गया, फिर वीडियो शूट किया गया. ऐसा लग रहा है कि कन्हैया लाल पर पहले से नजर रखी जा रही थी. उसकी हर एक एक्टिविटी पर आरोपियों की पैनी निगाह थी. जांच एजेंसी ने ये भी कहा था कि वारदात में और लोगों के शामिल होने की पूरी संभावना है.
कन्हैयालाल मर्डर के दोनों आरोपियों को अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में रखा गया है. शुक्रवार को दोनों आरोपियों को उदयपुर कोर्ट में पेश किया गया था, जिसके बाद कोर्ट ने दोनों आरोपियों को एक दिन के ट्रांजिट रिमांड पर भेज दिया था. इसके साथ ही उदयपुर की डीजे कोर्ट ने शुक्रवार को कन्हैयालाल केस को एनआईए को ट्रांसफर कर दिया है.
28 जून को उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी. वारदात के बाद राजस्थान में जगह-जगह बवाल शुरू हो गए थे. शाम तक दोनों आरोपियों को पुलिस ने पकड़ लिया. बताया जा रहा है कि कन्हैयालाल के मोबाइल से नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट हुई थी. इसके चलते ही रियाज और गौस मोहम्मद ने उनकी हत्या कर दी थी. राजस्थान सरकार की ओर से घटना की जांच के लिए SIT का गठन किया गया था. इसमें एसओजी एडीजी अशोक राठौड़, एटीएस आईजी प्रफुल्ल कुमार एवं एक एसपी और एडिशनल एसपी शामिल थे.
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