कन्हैया लाल हत्याकांड: केंद्रीय जांच एजेंसियां एक्टिव, उदयपुर पहुंची NIA की टीम
राजस्थान। उदयपुर में टेलर कन्हैया लाल की हुई हत्या ने जांच एजेंसियों को एक्टिव कर दिया है. जिस अंदाज में इस वारदात को अंजाम दिया गया, कई गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं. वैसे भी क्योंकि नूपुर शर्मा के विवादित बयान के बाद से लगातार धमकी भरी चेतावनियां जारी की जा रही थीं, ऐसे में इस वारदात को सिर्फ साधारण जुर्म के तौर पर नहीं देखा जा रहा. पाकिस्तान की तरफ से अलग-अलग आतंकी संगठनों के नाम से कई प्रोपोगेंडा वीडियो जारी किए गए थे. भारत में हमला करने की बात भी हुई थी. इसके अलावा आतंकी संगठन Mujahideen Ghazwatul Hindi ने धमकी भरी चिट्ठी जारी कर बदला लेने की बात कही थी. ये वहीं आतंकी संगठन है जिसने दिल्ली के गाजीपुर में IED रखने की जिम्मेदारी ली थी.
वहीं हाल ही में काबुल के गुरुद्वारे पर हमला किया गया जिसकी जिम्मेदारी टेलीग्राम चैनल पर ISKP ने ली और दावा किया गया कि नूपुर शर्मा के बयान के बाद हिंदू टेंपल पर हमला हुआ. उस मामले में आरोपियों की फोटो तक आतंकी संगठन ने खुद जारी की थी. अब उदयपुर में भी घटना को जिस तरह से अंजाम दिया गया है, ये साधारण जुर्म के तौर पर नहीं देखा जा सकता. पहले वीडियो बनाया जाता है, फिर झांसा देकर हत्या की जाती है. उसके बाद एक और वीडियो जारी जुर्म को कबूल किया जाता है. आरोपियों की ये बेखौफी ही बताती है कि इस वारदात को एक तय रणनीति के तहत अंजाम दिया गया था.
यहां ये जानना भी जरूरी हो जाता है कि अमेरिका की गैर सरकारी इंटेलिजेंस एजेंसी SITE ने हाल ही में एक आतंकी संगठन का वीडियो इंटरसेप्ट किया था जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करने की बात कही जा रही थी. SITE ने कई आतंकी संगठन के मैसेज पकड़े जिसमें प्रोपोगेंडा वीडियो और पोस्ट रिलीज कर नूपुर शर्मा के बयान का बदला लेने की बात कही जा रही थी.
अभी के लिए उदयपुर मामले की जांच के लिए NIA मौके पर पहुंच गई है. खबर है कि NIA की 4 सदस्यीय टीम जांच के लिए उदयपुर भेजी गई है. टीम में सीनियर रैंक के अधिकारी मौजूद हैं. इस मामले में क्योंकि जिहादी ग्रुप के सक्रिय होने का अनुमान लगाया जा रहा है, ऐसे में IB के अधिकारी केंद्रीय एजेंसी के साथ मिलकर मामले की तफ्तीश करने जा रहे हैं.