भारत

कबड्डी प्लेयर गया जेल, वजह जानकर हो जाएंगे हैरान

jantaserishta.com
24 Aug 2022 6:57 AM GMT
कबड्डी प्लेयर गया जेल, वजह जानकर हो जाएंगे हैरान
x

न्यूज़ क्रेडिट: आजतक

नई दिल्ली: एयरपोर्ट पुलिस ने एक स्टेट लेबल कबड्डी प्लेयर समेत 3 लोगों को कबूतर बाजी के आरोप में गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक यह लोग जाली वीजा पर लोगों को विदेश भेजने का झांसा देते थे और उनसे मोटी रकम वसूलते थे. पकड़ में आए लोगों में अमित कुमार नाम का एक आरोपी भी है, जो स्टेट लेवल कबड्डी खिलाड़ी है. इसके अलावा योगेश कुमार डिस्क जॉकी और सिंगर है, वरुण चौहान मर्चेंट नेवी में काम कर चुका है.

5 जुलाई को इमिग्रेशन ऑफिसर ने इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के थाने में शिकायत दी कि अमन कुमार नाम के एक यात्री के दस्तावेज की जांच की गई तो उसका वीजा जाली निकला है. इस शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली और जांच शुरू की.
पूछताछ के दौरान अमन ने पुलिस को बताया कि उसे यह कनाडा का जाली वीजा पानीपत के रहने वाले अमित और योगेश नाम के शख्स ने 20 लाख रुपये में दिलाया था. इसके बाद इस पूरे गैंग का भंडाफोड़ करने के लिए एक टीम बनाई गई. टेक्निकल सर्विलांस और मुखबिर से मिली जानकारी के बाद पुलिस टीम ने पहले अमित फिर योगेश को गिरफ्तार किया.
इनसे पूछताछ के बाद पुलिस ने वरुण चौहान नाम के शख्स को भी गिरफ्तार किया. पुलिस के मुताबिक अमित और योगेश को जब कोई यात्री विदेश जाने के लिए मिलता तो वो तुरंत उसे वरुण के पास भेजते. अमित और योगेश एजेंट की तरह से काम कर रहे थे. फेक वीजा वरुण लगाता था और वो इस पूरे घटनाक्रम का मास्टरमाइंड है. पुलिस ने वरुण चौहान को 18 अगस्त को कोलकाता एयरपोर्ट से उस वक्त गिरफ्तार किया जब वह थाईलैंड भागने की फिराक में था. वरुण चौहान आईटी ग्रेजुएट है और मर्चेंट नेवी में काम कर चुका है.
पुलिस ने बताया कि जाली दस्तावेज बनाने में वरुण को महारत हासिल है. यह इतना शातिर है कि अगर कोई शख्स सीधे जॉब की बात करता तो ये कुछ कंपनियों की वेबसाइट हैक करके जॉब के लिए सीधे अप्लाई कर दिया करता था. इस मामले में एक आरोपी कुणाल कुमार शाह की भी तलाश की जा रही है. आरोपियों के पास से बरामद लैपटॉप और मोबाइल को एफएसएल में जांच के लिए भेज दिया है.
डीसीपी एअरपोर्ट तनु शर्मा के मुताबिक सभी एजेंट हरियाणा और पंजाब में अपने समकक्षों के साथ धोखाधड़ी से प्राप्त कनाडा का वीजा देने में शामिल हैं. पंजाब और हरियाणा के ग्रामीण इलाकों में काम कर रहे थे और लोगों को अनुचित तरीकों से विदेशों में बसने में सुविधा प्रदान करते थे.

Next Story