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सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस कौल ने कहा- मुकदमे की जगह मध्यस्थता को अधिक तरजीह, मुकदमेबाजी से निपटना चुनौतीपूर्ण कार्य
Deepa Sahu
31 July 2021 6:49 PM GMT
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सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस संजय किशन कौल ने शनिवार को उम्मीद जताई कि मध्यस्थता देश में विवाद समाधान का पहला कदम बनेगी।
नई दिल्ली, सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस संजय किशन कौल ने शनिवार को उम्मीद जताई कि मध्यस्थता देश में विवाद समाधान का पहला कदम बनेगी। उन्होंने कहा कि कोविड-19 संबंधी स्थिति के सामान्य होने के बाद मुकदमेबाजी से निपटना चुनौतीपूर्ण कार्य होगा।
वह सुप्रीम कोर्ट द्वारा प्रशिक्षित मध्यस्थों-निवारण- द्वारा आयोजित इंटरनेशनल वर्चुअल मीडिएशन समर स्कूल, 2021 के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे। जस्टिस कौल ने कहा, 'मध्यस्थता का दायरा बढ़ेगा..उम्मीद है कि यह संख्या और प्राथमिकता दोनों लिहाज से विवाद समाधान का पहला कदम बनेगी।'
जस्टिस कौल ने कहा- काम खत्म नहीं होता
उन्होंने अदालत के बाहर समाधान बढ़ने पर काम खत्म होने संबंधी वकीलों की चिंता को दूर करते हुए कहा 'काम खत्म नहीं होता है। पर्याप्त मुकदमेबाजी और मध्यस्थता है।'
जस्टिस कौल ने कहा- कोविड-19 के बाद मुकदमेबाजी से निपटना चुनौतीपूर्ण कार्य
जस्टिस कौल ने आगे कहा कि कोविड-19 संबंधी स्थिति के सामान्य होने के बाद मुकदमेबाजी से निपटना चुनौतीपूर्ण कार्य होगा और लोग वित्तीय दृष्टिकोण से मुकदमे की जगह मध्यस्थता को अधिक तरजीह देंगे। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित केंद्रीकृत अधिनियम मध्यस्थता को और व्यापक पद्धति बना देगा।
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