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जूनियर डॉक्टर की मौत का मामला: डॉक्टरों पर कसा शिकंजा, बहन ने क्या कुछ आरोप लगाए?

jantaserishta.com
1 Oct 2024 5:09 AM GMT
जूनियर डॉक्टर की मौत का मामला: डॉक्टरों पर कसा शिकंजा, बहन ने क्या कुछ आरोप लगाए?
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बहन जेल अधीक्षक हैं।
प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले के मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के एमएस छात्र डॉ. कार्तिकेय श्रीवास्तव की संदिग्ध मौत हो गई थी. उनकी डेडबॉडी कार में मिली थी. इसको लेकर डॉक्टर की बहन ने तीन डॉक्टरों पर FIR दर्ज कराई है. इस बात की जानकारी पुलिस अधिकारी ने एक न्यूज एजेंसी को सोमवार को दी.
पुलिस उपायुक्त (नगर) अभिषेक भारती ने बताया कि मृतक डॉक्टर की बहन डॉ. अदिति श्रीवास्तव की शिकायत पर एसआरएन अस्पताल के डॉ. शिवम गुप्ता, डॉ. सचिन यादव और डॉ. अनामिका के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 103 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया गया है. डॉ. की बहन ने दूसरे वर्ष के एक सीनियर छात्र पर शारीरिक और मानसिक शोषण का भी आरोप लगाया है.
मामले में पुलिस ने पहले बताया था कि ऑर्थोपेडिक्स के दूसरे वर्ष के 28 वर्षीय एमएस छात्र डॉ. कार्तिकेय श्रीवास्तव शनिवार रात मोतीलाल नेहरू मेडिकल से संबद्ध एसआरएन अस्पताल में अपनी कार में मृत पाए गए थे. एसीपी कोतवाली मनोज कुमार सिंह ने रविवार को बताया कि उत्तराखंड के कोटद्वार निवासी डॉ. कार्तिकेय श्रीवास्तव ने कथित तौर पर जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली.
ममले में डीसीपी भारती ने सोमवार को बताया कि मृतक कार्तिकेय श्रीवास्तव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आनी बाकी है, जिसके बाद ही मौत के असली कारणों का पता चल सकेगा. एफआईआर में डॉ. अदिति श्रीवास्तव ने आरोप लगाया है कि उनका भाई जूनियर रेजिडेंट था और उसका द्वितीय वर्ष का सीनियर शिवम गुप्ता उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करता था.
कार्तिकेय ने इस बारे में कई बार एसोसिएट प्रोफेसर (ऑर्थोपेडिक्स) सचिन यादव से शिकायत की थी, लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की. शिकायत के मुताबिक यह जानते हुए कि कार्तिकेय के पैर में समस्या है. बावजूद इसके सचिन यादव ने उसे 36 से 48 घंटे तक खड़ा रखा. इसके अलावा अनामिका नाम की एक लड़की, जो वर्तमान में जूनियर रेजिडेंट (नेत्र रोग) है. वह एक साल से कार्तिकेय की दोस्त थी और उसने अचानक उससे बात करना बंद कर दिया था.
जब कार्तिकेय ने इस बारे में अनामिका से बात की तो उसने बताया कि वह किसी और के साथ है. हालांकि इसके बाद कार्तिकेय ने कभी उसे फोन नहीं किया लेकिन अनामिका समय-समय पर उसे फोन करती रहती थी. ऐसे में कार्तिकेय की बहन ने शिकायत में संदेह जताया है कि अनामिका के दोस्त ने उससे छुटकारा पाने के लिए कार्तिकेय की हत्या की होगी.
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