बदायूं। बदायूं, शहर के नवादा स्थित 132 केवीए ट्रांसमिशन बिजलीघर पर बंदरों ने जमकर उत्पात मचाया। बंदरों के बीच हुई लड़ाई में एक बंदर ट्रांसमिशन के तारों की चपेट में आ गया। जिससे ट्रांसमिशन की दो सीटी और एक ब्रेकर जोरदार धमाके के साथ फट गया। कई जंपर जल गए। जंपर की चपेट में आकर एक बंदर की जिंदा जलकर मौत हो गई। ट्रांसमिशन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। सीटी फटने से शहर समेत आसपास के फीडरों की बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। विद्युत निगम के इंजीनियर व कर्मचारी फॉल्ट को दुरुस्त करने में जुट गए। करीब चार घंटे की मशक्कत के बाद कर्मचारियों ने आपूर्ति बहाल की।
सोमवार शाम करीब चार बजे शहर के नवादा स्थित 132 केवीए ट्रांसमिशन बिजलीघर के अंदर बंदरों को झुंड़ घुस आया। बंदरो के झुंड ने वहां उत्पात मचाना शुरु कर दिया। बंदरों के उत्पात से बिजली की लाइनें आपस में भिड़ गई। तारों के आपस में भिड़ते ही फाल्ट होने शुरू हो गए। फॉल्ट से दो सीटी व एक ब्रेकर फट गए। इसके साथ ही कई जंपर जल गए। इससे मेन लाइन पूरी तरह ठप हो गई। शहर के दो फीडर समेत ग्रामीण क्षेत्र के आठ फीडरों की बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप हो गई। एक बंदर की भी जिंदा जलने से मौत हो गई। ब्रेकर के फटते ही जोरदार धमाके हुए। धमाका होते ही परिसर में अफरातफरी मच गई। कुछ देर बाद अधिशासी अभियंता ट्रांसमिशन दीपक गुप्ता टीम के साथ मौके पर पहुंचे।
शहर में डाली गई अंडरग्राउंड बिजली की लाइनें उपभोक्ताओं के साथ विद्युत निगम के लिए मुसीबत बनी हुई है। आए दिन होने वाले अंडरग्राउंड लाइन में फॉल्ट बिजली कर्मचारियों के लिए ढूंढ़ना आसान नहीं है। लोगों को घंटो बिना बिजली के रहना पड़ता है। रविवार रात भी शहर के मोहल्ला चित्रांशनगर में ऐसा ही हुआ। अंडरग्राउंड लाइन में फॉल्ट आने से मोहल्ले के कई घरों में अंधेरा छाया रहा। बिजली के साथ लोग पीने के पानी के लिए तरस गए। सोमवार को दोपहर बाद फॉल्ट मिलने के बाद उसे दूर किया गया। तब जाकर आपूर्ति बहाल हुई।