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पत्रकारों ने की राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु की मांग, पुलिस पर लगाया प्रताड़ित करने का आरोप

Nilmani Pal
9 May 2022 9:34 AM GMT
पत्रकारों ने की राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु की मांग, पुलिस पर लगाया प्रताड़ित करने का आरोप
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फोटो - tv 9 भारतवर्ष 

यूपी। यूपी की उन्नाव पुलिस (Unnao Police) अफसर अपने कारनामों से चर्चा में रहती है. पुलिस द्वारा मारपीट के वीडियो सामने आते रहते हैं. अब पुलिस प्रताड़ना से तंग आकर दो पत्रकारों ने देश के राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु की मांग की है (Euthanasia Demand). पत्रकारों का कहना है कि विद्युत विभाग (Electricity Department) की लापरवाही के चलते क्षेत्र में बिजली नहीं आ रही थी स्थानीय लोग इसका विरोध कर रहे थे जिसका कवरेज पर गए थे. वहीं विद्युत विभाग के जेई ने गलत तरीके से मुकदमा दर्ज करवा दिया जिसके बाद पत्रकारों ने पुलिस विभाग के आला अफसरों से फर्जी मुकदमे की बात कही. अफसरों ने आश्वासन दिया कोई भी गलत कार्रवाई नहीं की जाएगी लेकिन उसके बावजूद आप पुलिस द्वारा पत्रकारों को प्रताड़ित किया जा रहा है जिसके बाद परेशान होकर दोनों युवकों ने राष्ट्रपति, सुप्रीम कोर्ट के जज से लेकर मुख्यमंत्री (Uttar Pradesh CM), राज्यपाल को पत्र भेजकर इच्छा मृत्यु की मांग की है.

गंगा घाट कोतवाली क्षेत्र के हरिओम गुप्ता जो सुभाष नगर के निवासी हैं व पोनी रोड निवासी मोनू तिवारी ने बताया कि चरमराई बिजली व्यवस्था को लेकर शुक्लागंज के लोगों ने सरैयां विद्युत सब स्टेशन पर प्रदर्शन किया था. यह प्रदर्शन पिछले वर्ष 28 जुलाई को किया जा रहा था प्रदर्शन की सूचना मिलने पर कवरेज के लिए हम दोनों लोग पहुंचे थे बिजली विभाग के अधिकारियों ने आपसी खुन्नस के चलते फर्जी मुकदमा लिखवा दिया. फर्जी मुकदमे की जानकारी जिले के एसपी से लेकर सीओ तक सभी अवगत कराया.

सभी ने आश्वासन दिया कि गलत तरीके से लिखा गया मुकदमा में कार्रवाई नहीं की जाएगी अधिकारियों ने नाम हटाने के लिए चौकी इंचार्ज से कहा लेकिन चौकी इंचार्ज ने अफसरों की एक न सुनी और चौकी इंचार्ज द्वारा दोनों को परेशान किया जाने लगा. जिससे परेशान होकर हरिओम गुप्ता और मोनू तिवारी ने राष्ट्रपति सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश राज्यपाल मुख्यमंत्री और पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजकर इच्छा मृत्यु की मांग की है.

दोनों पत्रकारों ने बताया है कि गलत तरीके से मुकदमा दर्ज होने के बाद 8 माह तक आला अफसरों की चौखट पर चक्कर काटते रहे. अफसरों ने आश्वासन दिया वह निर्दोष है उसका नाम FIR से हटाया जाएगा विवेचना चलती रही जांच चलती रही. अब नौबत यह है कि चार्टशीट लगने को आ गई है जिससे परेशान होकर अब दोनों पत्रकारों ने इच्छा मृत्यु की गुहार लगाई है.

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