अतीक अहमद से पत्रकारों ने पूछा - डर लग रहा है क्या?, माफिया ने दिया ये जवाब
एमपी। अतीक को प्रयागराज ला रहा पुलिस का काफिला शिवपुरी टोल पर पहुंच गया है. उत्तर प्रदेश की सीमा में प्रवेश करने के बाद सभी जिलों के कप्तान अतीक अहमद के काफिले के रूट को क्लियर कराएंगे. पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों के पुलिस कप्तान को अलर्ट पर रखा है. पुलिस को इनपुट मिला है कि अतीक अहमद के लोग झांसी के आसपास काफिले में प्रवेश करने की कोशिश करेंगे. झांसी, जालौन, बांदा, महोबा और चित्रकूट के पुलिस कप्तानों को अतीक अहमद के काफिले को पूरी सुरक्षा व्यवस्था के साथ निकालने का निर्देश दिया गया है.
28 मार्च को कोर्ट का जो फैसला आना है, वह उमेश पाल की हत्या का केस नहीं है. बल्कि, उस दिन फरवरी 2006 में उमेश पाल की किडनैपिंग के बाद हुई FIR में फैसला आना है. अपहरण के इस मामले को लेकर 2007 में उमेश ने अतीक और उसके साथियों के खिलाफ केस दर्ज कराया था. तब राज्य में समाजवादी पार्टी की सरकार थी.
साबरमती जेल से अतीक को लेकर लौट रही 45 पुलिसकर्मियों की टीम में सिर्फ 5 अधिकारियों के पास ही मोबाइल फोन है. इनमें IPS अभिषेक भारती, एक अन्य IPS और 3 डीएसपी शामिल हैं. जिस वज्र वाहन में अतीक सवार है, उसमें तैनात किसी पुलिसकर्मी के पास मोबाइल नहीं है. इन 5 अफसरों को छोड़कर सभी पुलिसकर्मियों के मोबाइल पहले ही जब्त किए जा चुके हैं.
अतीक को साबरमती जेल से लाने के लिए यूपी पुलिस की टीम रविवार सुबह ही गुजरात पहुंच गई थी. दरअसल, अतीक और उसका भाई अशरफ उमेश पाल हत्याकांड में भी आरोपी हैं. अतीक के भाई और पूर्व विधायक अशरफ की बात करें तो वह बरेली जेल में कैद है. उसे सोमवार सुबह 10 बजे यहां से प्रयागराज ले जाया जाएगा. मंगलवार को कोर्ट में उसकी पेशी होनी है. अतीक के साथ अशरफ को भी ट्रायल का सामना करना होगा.
अतीक अहमद गाड़ी से उतरा, पत्रकारों ने पूछा - डर लग रहा है क्या?
— Ranvijay Singh (@ranvijaylive) March 27, 2023
जवाब - काहे का?
आज शाम तक अतीक सही सलामत यूपी पहुंच जाएगा. pic.twitter.com/RdVrt1PuOo