पत्रकार विजया पाठक ने सीएम भूपेश बघेल से मांगी माफ़ी, जानिए क्यों ?
रायपुर। खबर में गलती वस गलत फोटो प्रकाशित होने पर पत्रकार विजया पाठक ने सीएम भूपेश बघेल से माफ़ी मांगी है. उन्होंने विज्ञप्ति जारी कर कहा कि मैं विगत 35 वर्षों से पत्रकारिता क्षेत्र में हूं और मेरी कोशिश हमेशा संस्थागत भ्रष्टाचार उजागर करने की रहती है। मैं पत्रकारिता एक सुचिता के साथ करती हूं जो कि काफी पारदर्शी रहता है, इसलिए जो भी खबर मेरे विभिन्न (समाचार पत्र, जगत विजन पत्रिका, न्यूज वेबसाइट्स एवं आर्टिकल ब्लॉग्स) के माध्यम से मैं प्रकाशित करती हूं उस पर मैं अडिग रहती हूं।
मेरे समाचार पत्र जगत प्रवाह दिनांक 14/08/23 पृष्ठ क्रमांक 7 में प्रकाशित खबर शीर्षक "ED ने घोटाला मामले में मुख्यमंत्री को पूछताछ के लिए भेजा नोटिस" प्रकाशित की गई जो कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से संबंधित थी। उस खबर से आपका कोई लेना देना नही है। त्रुटिवश उक्त खबर आपकी फोटो के साथ वायरल हो गई थी। महोदय मैं जगत प्रवाह की ओर से उस खबर का खंडन करती हूं। हमारे अखबार की हार्डकॉफी और साफ्टकॉफी में आपकी फोटो के साथ खबर नहीं है। (जगत प्रवाह दिनांक 14-08-23 संलग्न)। गलतीवश यह खबर आनलाईन ही प्रसारित हुई है जबकि हार्डकाफी और साफ्टकॉफी में यह खबर संशोषित होकर प्रकाशित हुई है। हम आपकी और आपके पद की गरिमा का सम्मान करते हैं। हमारा उददेश्य आपको और आपके पद को ठेस पहुंचाना और आपकी गरिमा को गिराना नहीं है। महोदय मैं अपने पत्रकारिता के सिद्धांत के अनुसार ऐसी त्रुटि के लिए आपसे खेद जताती हूं एवं अपने आगामी अंक में खेद संदेश भी प्रकाशित करूंगी।
भूपेश बघेल जी आप छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री हैं और आपके क्रांतिकारी और निर्भीक स्वभाव के कारण मैं आपका सम्मान करती हूं। 2018 से पहले उस समय विपरीत परिस्थितियों में जब आपकी सरकार नहीं थी, उस विषम परिस्थितियों में मैंने आपको और आपकी पार्टी कांग्रेस को सशक्त करने में मैंने अपनी लेखनी के माध्यम से मदद की थी। उस समय आप मुझे भाभी कहते थे। जैसे कि आपको ज्ञात है। मैंने हमेशा सच्ची और निर्भीक पत्रकारिता की है। आपकी विगत 4-5 साल के सरकार में भ्रष्टाचार को प्रमुखता से छापकर आपको सचेत किया है। यहां तक प्रदेश में बड़े पैमाने पर लूट करने वाले कोयला घोटाला, शराब घोटाला, गोबर घोटाला, नान घोटाला, महादेव ऐप घोटाला, पीएससी घोटाला एवं अन्य के खिलाफ सबसे पहले खबर को छापकर उस पर हमेशा अडिग रही।
अंत में, महोदय मैं उपरोक्त खबर में वायरल हुई खबर में आपकी फोटो का पूर्ण रूप से खंडन और खेद व्यक्त करती हूं और प्रदेश की पूरी जनता को इसकी सूचना हेतु खंडन खबर अपने आगामी अंक में प्रकाशित भी कर रही हूं। इसके बाद भी अगर आपको लगता है आपके सम्मान में कमी आई है तो कानून मुताबिक आप मेरे खिलाफ "defamation" कर सकते हैं। मैंने जैसे ऊपर भी लिखा है कि मैंने हमेशा सुचिता की पत्रकारिता की है और सच छापा है। ऐसे में आपके फोटो वाली उक्त खबर जो वायरल हुई उसकी मैं खंडन के साथ खेद व्यक्त करती हूं।